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    महाराष्‍ट्र,भाजपा और शिवसेना

    महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना के बीच कुछ महीनो से दूरिया कम होने का नाम नहीं ले रही है। इससे यह जाहिर हो रहा है कि गठबंधन टूटने वाला है। दोनों पार्टियों के बीच किसी बात पर सहमति नहीं बन रही है। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे ने अहमदनगर में एक रैली के दौरान यह स्पष्ट कर दिया। उन्होंने कहा कि एक साल के भीतर पार्टी भाजपा से गठबंधन तोड़ लेगी।

    आदित्य के इस बयान पर शुक्रवार को पार्टी के प्रवक्ता और वरिष्ठ नेता संजय राउत ने कहा कि यह पार्टी की भावना है। उन्होंने कहा कि दोनों पार्टियों के बीच रिश्ते बिल्कुल ठीक नहीं है। संजय राउत ने न्यूज़ एजेंसी ANI के सामने जो कहा वह पहले ही पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे के द्वारा कहा जा चुका है। पार्टी ने इसपर सोच विचार कर फैसला लिया है कि यह पार्टी की भावना है। इसमें कोई दो राय नहीं कि दोनों पार्टियों में रिश्ते ठीक नहीं है। राउत ने कहा कि हम उनके साथ सरकार में होने के बावजूद भी सरकार में नहीं है।

    दरअसल, गुरूवार को महाराष्ट्र सरकार में गठबंधित शिवसेना ने एक बार फिर से गठबंधन तोड़ने की धमकी दी। न्यूज़ एजेंसी ANI के मुताबिक शिवसेना ने कहा कि बीजेपी एक साल के भीतर महाराष्ट्र सरकार छोड़ देगी। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे ने अहमदनगर में रैली के दौरान कहा कि शिवसेना जल्द ही फड़नवीस सरकार से अपना समर्थन वापस लेगी। अगर आदित्य के इस बयान के मायने देखे तो ऐसा लगता है कि शिवसेना 2019 का आम चुनाव अकेले लड़ना चाहती है। महाराष्ट्र सरकार में दोनों पार्टियों का सहयोग होने के बावजूद महाराष्ट्र नगरीय चुनाव में दोनों ने अपना भाग्य अलग अलग आजमाया था।

    भारतीय जनता पार्टी के साथ मतभेद दिखा रही शिवसेना इससे पहले भी कई बार समर्थन वापस लेने की धमकी दे चुकी है। अपनी रैली में शिवसेना के युवा चेहरा आदित्य ठाकरे ने कहा कि फड़नवीस सरकार से गठबंधन तोड़ने के बाद शिवसेना अपने दम पर चुनाव लड़ेगी। उन्होंने कहा कि एक साल के भीतर समर्थन वापस लेकर पार्टी अपने बल बुते पर सत्ता में वापसी करेगी। पार्टी इसका निर्णय कब करेगी यह शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे बताएँगे। इस बातो से यह स्पष्ट हो गया है कि शिवसेना 2019 में होने वाले महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव अकेले लड़ेगी।