2019 लोकसभा चुनाव में मोदी के खिलाफ महागठबंधन पर चर्चा के लिए भाजपा विरोधी पार्टियों का एक साथ जमावड़ा 22 नवम्बर को होगा। ये घोषण आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने कांग्रेस के जनरल सेक्रेटरी अशोक गहलोत के साथ एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में की।
नायडू ने कहा कि वो आने वाले दिनों में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाक़ात करेंगे और उन्हें भाजपा विरोधी महागठबंधन में शामिल होने के लिए आमंत्रित करेंगे। नायडू ने 5 नवम्बर को दिल्ली में विभिन्न क्षेत्रिय पार्टियों के नेताओं और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी से भी मुलाक़ात की थी।
उंडावल्ली (विजयवाड़ा) पर अपने सरकारी आवास पर कांग्रेस नेता अशोक गहलोत के साथ एक साझे प्रेस कॉन्फ्रेंस को सम्बोधित करते हुए नायडू ने कहा कि ‘आज समाज में असहिष्णुता बढ़ चुकी है। एससी, एसटी और अल्पसंख्यक खतरे में हैं। भारत की सेक्युलर पहचान खतरे में है। जो भी सरकार और देश की दुर्दशा के खिलाफ आवाज उठता है उनपर हमले किये जाते हैं चाहे वो मिडिया वो या विपक्ष। पुरे देश में डर का माहौल है इसलिए मैं सभी पार्टियों से मिलकर एक महागठबंधन बनाने की कोशिश में हूँ ताकि देश विरोधी ताकतों से मिल कर लड़ा जा सके।’
नायडू ने प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह पर देश के लोकतंत्र को बंदी बनाने का आरोप लगाया। नायडू ने दो दिन पहले जेडीएस चीफ एचडी देवेगौड़ा और डीएमके अध्यक्ष एम. के. स्टालिन से भी मुलाक़ात की थी और उनसे सहयोग माँगा था।
नायडू ने कहा ‘मुझे किसी पद की लालसा नहीं है। मेरा बस एक ही उद्देश्य है देश बचाओ, लोकतंत्र बचाओ, संवैधानिक संस्थाओं को बचाओ। मैंने इस प्रयोग के लिए सभी से बात की है और सभी ने मुझे आश्वासन दिया है।’ नायडू ने ये भी कहा कि जो क्षेत्रिय पार्टियां हमारे साथ नहीं है वो भाजपा की सहयोगी है।
उन्होंने कहा ‘यहाँ बस दो ही विकल्प है , भाजपा और भाजपा-विरोधी। जो हमारा साथ नहीं दे रहे वो भाजपा का साथ दे रहे हैं।’ नायडू ने तमिलनाडू और तेलंगाना सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि तमिलनाडू और तेलंगाना सरकार तो दिल्ली से रिमोट से संचालित होती है।
नायडू ने केंद्र सरकार पर सीबीआई के दुरूपयोग का आरोप लगते हुए कहा कि ‘मैं जिनसे भी मिला हूँ सबने कहा कि केंद्र सीबीआई और अन्य एजेंसियों को उनके पीछे लगा रही है। वो ये मेरे साथ भी कर सकती है लेकिन मैं झुकूंगा नहीं।’