अमित शाह के नेतृत्व वाली भाजपा को सियासी पटकनी देने के लिए विपक्षी गठबंधन ने 22 नवंबर नई दिल्ली में बैठक का आयोजन किया है। आगामी पांच राज्यों में भाजपा को घेरने के लिए चुनावी रणनीति इस बैठक के दौरान तैयार की जाएगी। खबरों के मुताबिक 22 नवंबर को भाजपा विरोधी दल लोकतंत्र बचाओ, राष्ट्र बचाओ के नारे के साथ सत्ता आसीन दाल की घेरेबंदी करेगी।
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू इस भाजपा विरोधी अभियान के हिस्सा होंगे। इससे पूर्व मुख्यमंत्री नायडू कांग्रेस सचिव और राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री से मुलाकात कर, भविष्य में इस अभियान को सफल बनने की रणनीति पर बातचीत की थी। चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि सभी भाजपा विरोधी दलों को वह एकत्रित करने का प्रयास करेंगे और कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात कर लोकतंत्र की रक्षा के बाबत चर्चा करेंगे।
चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि केंद्रीय जांच परिषद और भारतीय रिज़र्व बैंक की दयनीय स्थिति के लिए प्रधानमंत्री जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था की हालत खराब हो रही है, सामान की कीमतों में उछाल आ रहा है, बेरोजगारी का स्तर बढ़ रहा है, पिछड़ा वर्ग परेशान है, देश की धर्मनिरपेक्ष छवि धूमिल हो रही है।
अशोक गहलोत ने कहा कि मोदी राज में कोई खुश नही है। उन्होंने कहा किसानों, गरीबो, महिलाओं और व्यापारियों के हालात खस्ताहाल है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने नोटबन्दी का राग आतंकवाद को खत्म करने के लिए अलापा था लेकिन वे इसमे भी विफल हुए। उन्होंने कहा केंद्र न्यायपालिका, चुनाव आयोग, सीबीआई की कार्यप्रणाली में हस्तक्षेप कर रहा है। यह देश मे अघोषित आपातकाल के दौर है। उन्होंने कहा कि यह वक्त कुछ कर दिखाने का है, विपक्षी दल 22 नवंबर को मुलाकात कर राहुल गांधी के एजेंडा को सफल बनाने के लिए चर्चा करेंगे।
चंद्रबाबू नायडू ने इससे पूर्व कहा था कि साल 2019 के चुनावों में नरेंद्र मोदी को हराने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर गठबंधन बनाने की जरूरत है। इस एन्टी बीजेपी मंच पर राष्ट्रीय स्तर के दिग्गज नेताओं का जमावड़ा लगेगा।