जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने सोमवार को कहा कि यह पाकिस्तान के साथ बातचीत करने के लिए “सर्वश्रेष्ठ समय” है, क्योंकि पड़ोसी देश के नए प्रधान मंत्री इमरान खान को उनकी सेना का एक प्रतिनिधि मन जाता है। उन्होंने कहा अगर इस वक़्त दोनों देशों के बीच बातचीत शुरू होगी तो वो लाभकारी होगी।
“अगर इमरान (खान) पाकिस्तान की सेना के प्रतिनिधि है तो यह बात करने का सबसे अच्छा समय है। जब इमरान खान कहते है कि गलियारे खोलने के लिए बात करने के लिए तैयार है तो मुझे लगता है कि सेना भी यही मानना है उन्होंने ये बातें दिल्ली में एजेंडा आज तक में कही।
उन्होंने कहा कि कश्मीर मुद्दे के लिए सबसे अच्छा सौदे का समय उस वक़्त था जब परवेज मुशर्रफ पाकिस्तान के राष्ट्रपति थे, उस समय के दौरान सीमा पर युद्धविराम शुरू किया गया था और मुजफ्फराबाद मार्ग खोला गया था। उन्होंने “बातचीत अब फायदेमंद हो सकती है …. हमें बात क्यों नहीं करनी चाहिए?” उन्होंने पूछा
उन्होंने ये भी कहा कि उनकी पार्टी किसी भी पार्टी से हाथ मिलाने को तैयार है जो कश्मीर मुद्दे को हल करने के लिए गंभीर और इमानदार है। उन्होंने कहा “अगर हम भाजपा के साथ हाथ मिला सकते हैं तो हम जम्मू कश्मीर के मुद्दे को हल करने के लिए किसी के भी साथ हाथ मिला सकते हैं।
मुफ्ती ने कहा कि राज्य में बीजेपी के साथ जाना पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के लिए आत्मघाती कदम रहा। उन्होंने कहा “मैं निराश थी क्योंकि मुद्दे को हल करने के लिए जो राजनितिक प्रयोग किया गया था वो असफल हो गया था।”
उन्होंने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी और नरेंद्र मोदी के वक्त में काफी अंतर है। अभी एनडीए में सिर्फ चुनाव जीतने का जूनून है जबकि वाजपेयी कुछ मुद्दों को गंभीरता पूर्वक हल करना चाहते थे।
उन्होंने गाय के मुद्दे पर भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि शुक्र है गाय वोट नहीं देती।