भाजपा सरकार के सत्ता में आने के बाद से कई वरिष्ठ नेताओं मोदी सरकार से संतुष्ट नजर नहीं आ रहे है। मोदी सरकार मे बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं को ज्यादा महत्व नहीं दिया जा रहा है। इसी बीच अब भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व केन्द्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने राष्ट्र मंच नाम की एक नई पार्टी का गठन किया है।
बीजेपी नीतियों से असंतुष्ट होकर यशवंत सिन्हा ने नई पार्टी बनाई है। हालांकि यशवंत सिन्हा ने कहा कि वे भाजपा के साथ अभी भी जुडे हुए है। वे भाजपा को नहीं छोड़ रहे है, लेकिन भाजपा चाहे तो उन्हें निष्कासित कर सकती है। नई पार्टी के गठन के बाद लग रहा है कि भाजपा यशवंत सिन्हा के ऊपर कठोर कार्रवाई कर सकती है।
पूर्व वित्त मंत्री रहे यशवंत सिन्हा ने कहा कि भारत का नागरिक होने के नाते मैनें किसानों की समस्या को सुलझाने के लिए गैर-राजनीतिक रूप से राष्ट्र मंच का गठन किया है।
‘मेरा विरोध सरकार की नीतियों के खिलाफ’
यशवंत सिन्हा ने कहा कि उनका विरोध किसी व्यक्ति या पार्टी के लिए नहीं बल्कि उनकी नीतियों के लिए है। गौरतलब है कि यशवंत सिन्हा कई बार मोदी सरकार की नीतियों की कड़ी आलोचना कर चुके है।
सिन्हा ने बताया कि किसानों और बेरोजगार लोगों के लिए ही राष्ट्र मंच बनाया गया है। दिल्ली और भोपाल में बैठे लोग किसानों की दुर्दशा से बिल्कुल अनजान है। देश मे किसाने की परेशानियों के लिए किसी को भी चिंता नहीं है।
इसलिए ही राष्ट्र मंच पार्टी इनके हितों के लिए काम करेगा। केन्द्र सरकार पर जांच एजेंसियो के गलत दुरूपयोग का आरोप लगाते हुए सिन्हा ने कहा कि देश में डर का माहौल बना हुआ है।