Fri. Nov 22nd, 2024

    बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर कथित संप्रदाय टिप्पणी और मतदाताओं को अर्धसैनिक बल के घेराव को उकसाने के लिए निर्वाचन आयोग के 24 घंटे के अभियान प्रतिबंध के फैसले के बाद अब भाजपा के बंगाल के दिलीप घोष को नोटिस भेज दिया है। दिलीप घोष ने हाल ही में यह कहा था कि “सीतलकुची जैसे और भी किससे होने चाहिए अगर कोई अपनी सीमा पार करता है अप्रैल 17 के मतदान में”।

    हाल ही में निर्वाचन आयोग ने भाजपा के नेता राहुल सिन्हा के भड़काऊ बयानों को लेकर 48 घंटों तक बंगाल विधानसभा चुनाव में अभियान प्रतिबंध का फैसला लिया था। इसी के साथ भाजपा के अन्य नेता सुरेंद्र अधिकारी को उनकी सांप्रदायिक टिप्पणियों के लिए बक्श दिया गया था और कांग्रेस ने राहुल सेन और भाजपा के बंगाल प्रमुख दिलीप घोष के खिलाफ कार्यवाही के लिए आवाज उठाई थी।

    ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस ने आरोप लगाया कि भाजपा के नेता शनिवार को एक-जैसी घटनाओं की चेतावनी देकर हिंदुओं को भड़का रहे हैं। कूच बिहार के सीतलकुची में हिंसा में 4 लोग मारे गए थे, जब एक मतदान केंद्र पर भीड़ और केंद्रीय बलों के बीच गोलीबारी का मामला सामने आया।

    हावड़ा निर्वाचन क्षेत्र में भाजपा के उम्मीदवार राहुल सिन्हा ने एक रैली में कहा था “चार नहीं औरों को शीतल गुची में गोली मार दी जानी चाहिए थी”।

    चुनाव आयोग ने राहुल सिन्हा के बयानों की कड़ी निंदा की और उन्हें गुरुवार दोपहर तक अभियान प्रतिबंध का निर्देश जारी करते हुए चेतावनी भी दी। चुनाव के दौरान सार्वजनिक बयानबाजी करते हुए बयानों से सावधान रहने की भी सलाह दी।

    भाजपा के शुभेंदु अधिकारी निर्वाचन आयोग ने चेतावनी देकर जाने दिया। अधिकारी जो तृणमूल कांग्रेस के पूर्व नेता रह चुके हैं बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी। उन्होंने डिग्री को बेगम के रूप में एक भाषण में संदर्भित किया था और लोगों को बताया था कि उनके प्रतिद्वंदी या ने तृणमूल कांग्रेस को मतदान करना मतलब मिनी पाकिस्तान के लिए मतदान करना है। हिंदू अधिकारी ने लोगों से भाजपा को वोट देने की अपील करते हुए कहा कि इसका प्रतीक कमल है जो हिंदू देवताओं द्वारा इस्तेमाल किया जाता था।

    By दीक्षा शर्मा

    गुरु गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय, दिल्ली से LLB छात्र

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *