भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि केवल भाजपा ही तेलंगाना को ऑल इण्डिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन (एआईएमआईएम) और टीआरएस की अल्पसंख्यकों के तुष्टिकरण की राजनीति से मुक्त करा सकती है।
टीआरएस सरकार द्वारा प्रस्तावित मुस्लिम अल्पसंख्यकों को 12% आरक्षण का विरोध करते हुए शाह ने कहा कि तेलंगाना में सत्तारूढ़ टीआरएस की ऐसी आरक्षण और अल्पसंख्यक तुष्टिकरण की नीतियां अन्य समुदायों के हितों पर प्रतिकूल प्रभाव डालेंगी।
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बीजेपी अध्यक्ष ने आदिलबाद से अपने पार्टी के मुखर आलोचक एआईएमआईएम पर निशाना साधते हुए पूछा कि तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के अध्यक्ष और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव या कांग्रेस नीत महागठबंधन राज्य को एआईएमआईएम से मुक्त कर सकते हैं?
अप्रत्यक्ष रूप से एआईएमआईएम नेता अकबरुद्दीन ओवैसी की टिप्पणियों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि हर राजनीतिक दल को उनके सामने घुटने टेकने होंगे, लेकिन भाजपा पार्टी (एआईएमआईएम) की आंखों में देखेगी और तेलुगु के आत्म सम्मान को बहाल करने में मदद करेगी।
भाजपा अध्यक्ष ने लोगों से पूछा क्या केसीआर आपको एआईएमआईएम से मुक्त कर सकते है? उन्होंने कहा ‘आपको मुक्त करने के बारे में भूल जाओ, केसीआर ने ओवैसी के डर से 17 सितंबर को हैदराबाद के मुक्ति दिवस के रूप में मनाने से मना कर दिया है। एक बार बीजेपी तेलंगाना में सत्ता में आने के बाद, हम यह सुनिश्चित करेंगे कि हैदराबाद के हर घर में मुक्ति दिवस को गर्व से मनाया जाए।’
बीजेपी अध्यक्ष ने तेलंगाना के चार करोड़ लोगों की आकांक्षाओं को धोखा देने के लिए टीआरएस अध्यक्ष के चंद्रशेखर राव पर हमला किया। उन्होंने केसीआर और उनके पार्टी उम्मीदवारों द्वारा किए गए वादे पर सवाल उठाया। शाह ने कहा कि तेलंगाना के लोगों को मोदी सरकार की कल्याणकारी योजनाओं से वंचित किया जा रहा है।
राज्य में विधानसभा की 119 सीटों पर 7 दिसंबर को वोट डाले जायेंगे।
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