केन्द्रीय बजट में आंध्रप्रदेश राज्य को विशेष पैकेज नहीं मिलने से नाराज मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू कई बार बीजेपी के सामने अपनी नाराजगी व्यक्त कर चुके है। चंद्रबाबू नायडू ने बीजेपी के साथ अपने गठबंधन तोड़ने को लेकर भी बयान दिया है। भारतीय जनता पार्टी और दक्षिण में अपनी सबसे बड़ी सहयोगी, तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) के बीच सौहार्दपूर्ण संबंध हाल ही में तनावग्रस्त हो गए है।
जानकारी के अनुसार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, चंद्रबाबू नायडू के साथ गठबंधन को तोड़ने के मूड में नहीं दिख रहे है। भाजपा ने अब इस समस्या को हल करने की जिम्मेदारी राष्ट्रीय महासचिव राम माधव को दी है।
राम माधव ने एक मीडिया को बातचीत के दौरान बताया कि टीडीपी भाजपा का एक पुराना गठजोड़ है और दो पार्टियों के बीच मतभेद राजनीतिक नहीं है लेकिन विकासात्मक जरूर है।
माधव ने विश्वास व्यक्त किया कि मौजूदा मुद्दों पर विचार विमर्श के माध्यम से हल निकाला जाएगा। गौरतलब है कि राम माधव ने पूर्वोत्तर में भाजपा के उत्थान और जम्मू-कश्मीर में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
गौरतलब है कि आंध्रप्रदेश के लिए केन्द्रीय बजट में सरकार ने विशेष धन आवंटित नहीं किया था इसे लेकर ही नायडू बीजेपी से नाराज चल रहे है। माना जा रहा है कि अगर बीजेपी तेदेपा को छोड़कर वाईएसआर कांग्रेस के साथ गठबंधन बनाती है तो तेदेपा के वोटरों को भारी नुकसान होगा।
नायडू की पार्टी के लिए बढ़ती समस्या लोकप्रिय तेलुगू अभिनेता पवन कल्याण है। नायडू के साथ गठबंधन को लेकर अमित शाह अभी सख्त मूड में नजर नहीं आ रहे है। तेदेपा की बात की जाए तो उसके अधिकतर नेता चाहते है कि बीजेपी के साथ गठबंधन को तोड़ दिया जाए।