एनडीए की दो मुख्य पार्टी बीजेपी और शिवसेना के बीच कलह बढ़ती जा रही है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने हाल ही में शिवसेना को फिर से बीजेपी को दिए समर्थन के बारे में सोचने के लिए कहा था। आज शिवसेना ने अपने अखबार ‘सामना’ के जरिये बीजेपी को यह सन्देश दिया है कि यदि उन्हें शिवसेना का समर्थन ठीक लगे तो रख ले, वर्ना रहने दे।
बीजेपी नेता और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इससे पहले शिवसेना को कहा था कि वे शिवसेना द्वारा लगातार की जा रही आलोचनाओं से परेशान हो चुके हैं और शिवसेना एक समय में विपक्ष और पक्ष दोनों भूमिका नहीं निभा सकती है।
फडणवीस ने इसके बाद शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे को कहा था कि उन्हें अपने समर्थन पर फिर से विचार करने की कोशिश करनी चाहिए।
फडणवीस पर पलटवार करते हुए शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने कहा था कि देश से ‘मोदी लहर’ खतम हो चुकी है। इसी के साथ उन्होंने कांग्रेस और राहुल गाँधी की काफी तारीफ़ की थी। राउत ने कहा था कि राहुल गाँधी कांग्रेस के अध्यक्ष बनने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।
इसके बाद कल संजय राउत ने फिर से बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा था, ‘ सरकार बीजेपी की है। हम तो सिर्फ नाम के लिए हैं। कांग्रेस और कम्युनिस्ट पार्टी के खिलाफ बोलने के बजाय भाजपा शिवसेना पर ही निशाना साधती है। ऐसे में भाजपा हमारी सबसे बड़ी दुश्मन है।
सामना में लिखे लेख में कहा गया था, ‘यह बीजेपी पर निर्भर करता है कि वे भविष्य में किसका समर्थन चाहेंगे? यदि शिवसेना नहीं भी रहेगी, तो भी बीजेपी अन्य भ्रस्ट पार्टियों का समर्थन ले सकती है।’ इसके जरिये सामना ने शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की और इशारा किया, जो भविष्य में फडणवीस को समर्थन दे सकती है।