कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी कहा कि ‘भाजपा और आरएसएस ये जानते कि वो 2019 में लोकसभा चुनाव नहीं जीतने वाले।’
चम्फाई में अपने पहले चुनावी रैली को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा और आरएसएस ने राज्य की संस्कृति को नष्ट करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ‘भाजपा और आरएसएस समझ गए हैं कि ये आखिरी मौका है मिजोरम में घुस कर उसकी संस्कृति को नष्ट करने का। वो जानते हैं कि अगला लोकसभा चुनाव वो नहीं जीत सकते।’
कांग्रेस अध्यक्ष ने दावा किया कि राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी मिज़ो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) और भाजपा में गुप्त समझौता हुआ है। उन्होएँ कहा कि त्रिशंकु विशानसभा की स्थिति में एमएनएफ और बीजेपी चुनाव बाद गठबंधन कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि एमएनएफ जैसा संगठन भाजपा और आरएसएस की गुपचुप मदद कर रही है राज्य की संस्कृति,भाषा, इतिहास को ख़त्म करने के लिए और केवल कांग्रेस ही भाजपा की विभाजनकारी राजनीति का मुकाबला कर सकती है।
राफेल डील पर मुद्दे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला करते हुए राहुल गाँधी ने कहा कि ‘नरेंद्र मोदी ने अनिल अम्बानी को 30,000 करोड़ रुपये दिए हैं। ये मनरेगा पर एक साल में खर्च होने वाली रकम के बराबर है।’
लाल थान्हावला के नेतृत्व में कांग्रेस सरकार के 10 साल के शासन की तारीफ़ करते हुए राहुल ने कहा कि राज्य की अर्थव्यवस्था ने इस अवधि के दौरान बहुत प्रगति की है। उन्होंने कहा कि इस दौरान राज्य के लोगों की प्रति व्यक्ति आय लगभग दोगुनी हो गई है।
उन्होंने कहा ‘हम मिजोरम को पूर्वोत्तर का प्रवेश द्वार बनाएंगे और 11,000 नए जॉब के अवसर पैदा करेंगे।
राहुल गाँधी ने 1987 में अपने पिता के साथ अपने मिजोरम दौरे को याद किया और भावुक हो गए।
मिजोरम में 40 सीटों के लिए 28 नवम्बर को मतदान होंगे और चुनाव परिणाम की घोषणा 11 दिसंबर को की जायेगी।