केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने आरएसएस पर तीखा हमला बोलते हुए कहा है कि जो रणनीति उन्होंने उत्तर भारत में लागू की वो केरल में लागू नहीं होगा।
उन्होंने कहा “सरकार निर्ममता से ऐसे ताकतों से निपटेगी जो राज्य के सांप्रदायिक सौहार्द को नुकसान पहुंचा कर हिंसा और दंगे भड़काना चाहते हैं। संघ परिवार दंगे भड़का कर केरल में अपनी जमीन बनाना चाहता है लेकिन ये केरल में नहीं चलेगा। भाजपा नेत्रित्व अच्छे से समझ लें कि ये केरल में सफल नहीं होगा।” पिनराई ने अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा।
सबरीमाला मंदिर में दो महिलाओं के प्रवेश के बाद राज्य में हिंसा भड़क गई थी। जिसके बाद मुख्यमंत्री ने भाजपा और आरएसएस पर हिंसा भड़काने के आरोप लगाये। अधिकांश विरोध प्रदर्शन हिंसा में तब्दील हो गए और मीडिया को भी निशाना बनाया गया।
मुख्यमंत्री ने भाजपा के केन्द्रीय नेतृत्व से कहा “यदि भाजपा के पास संविधान के लिए कोई सम्मान है या लोगों के लिए सम्मान है, तो भाजपा नेतृत्व को अपने कार्यकर्ताओं से हिंसा रोकने के लिए कहना चाहिए। भाजपा राज्य में शांति भंग करने की कोशिश कर रही है। यह भाजपा और आरएसएस है जो राज्य में कानून और व्यवस्था की स्थिति को लगातार नुकसान पहुंचा रहे हैं। राज्य में कानून और व्यवस्था की कोई गंभीर स्थिति नहीं है, भाजपा और आरएसएस द्वारा फैलाई गई हिंसा के अलावा।’
अपने रुख को दोहराते हुए, पिनाराई ने कहा, “सरकार महिलाओं की समानता पर सर्वोच्च न्यायालय के फैसले को लागू करके अपना संवैधानिक कर्तव्य निभा रही है। यह अजीब है कि वही लोग जो अदालत के फैसले को पलटने की कोशिश कर रहे थे, उन्हें अब धमकी दी जा रही है कि सरकार संवैधानिक परिणामों का सामना करेगी। संविधान का पालन करने वाली सरकार को धमकी देना असंवैधानिक है।”
उन्होंने आगे कहा “हिंसा की घटनाओं में 1,800 मामले दर्ज किए गए हैं। मीडिया ने आरएसएस नेता की तस्वीर प्रकाशित की है जिन्होंने नेदुमंगद पुलिस स्टेशन पर बम फेंका था। कोझीकोड शहर सहित राज्य के कई हिस्सों में सांप्रदायिक दंगे कराने की भी साजिश रची गई थी।”