लोकपाल संबंधी अपनी मांगों को लेकर भूख हड़ताल पर बैठे देश के जाने माने समाजसेवी अन्ना हज़ारे ने सोमवार को कहा है कि भाजपा सरकार ने 2014 का लोकसभा चुनाव जीतने के लिए उनका ‘इस्तेमाल’ किया था।
आईएएनएस को दिये अपने बयान में अन्ना हज़ारे ने कहा कि ‘भाजपा ने 2014 में मेरा इस्तेमाल किया था। सभी लोग यह जानते हैं कि लोकपाल को लेकर मेरे आंदोलन के सहारे ही भाजपा और आम आदमी पार्टी ने अपनी सरकार बनाई है। अब मैंने उनके लिए सबकुछ खो दिया है।’
अन्ना हज़ारे के अनुसार देश में मोदी सरकार जनता को भ्रमित कर रही है, जिसके चलते भाजपा निरंकुश शासन कर रही है।
महाराष्ट्र सरकार पर भी निशाना साधते हुए अन्ना ने सरकार को झूठा करार दिया है। अन्ना ने इस बात पर ज़ोर देते हुए कहा है कि सरकार यह कह रही है कि मेरी 90 प्रतिशत मांगों को मान लिया गया है, जो सरासर झूठ है।
अन्ना ने अपना दर्द साझा करते हुए मीडिया को बताया है कि जिन लोगों ने उनका इस्तेमाल अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं को पूरा करने के लिए किया था, आज उन ही लोगों ने उन्हे पीठ दिखा दी है।
सरकार की नियत पर सवाल उठाते हुए भी अन्ना ने यह कहा है कि ‘वो लोग यह कहते हैं कि वो अपने मंत्रियों को मुझसे बात करने के लिए भेज रहे हैं, लेकिन इसका क्या फायदा जब लोकपाल की नियुक्ति को लेकर कोई पहल नहीं हो रही है।
अन्ना ने सरकार से लोकपाल को लेकर अपनी मंशा साफ करने के लिए कहा है।
कभी आंदोलन में साथ रहे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर बोलते हुए अन्ना ने साफ कर दिया कि अब वे कभी भी केजरीवाल को अपने साथ मंच साझा नहीं करने देंगे।
पिछले 6 दिनों से भूख हड़ताल पर बैठे अन्ना हज़ारे ने अपनी माँगे पूरी न होने की दशा में अपना पद्म भूषण लौटाने की बात कही है।