आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत द्वारा दिए गए रोहिंग्याई मुस्लिम पर बयान पर राजनीति गरमा गयी है। भागवत ने बयान दिया था कि रोहिंग्याई मुस्लिम देश की सुरक्षा के लिए खतरा है। इस पर कांग्रेस के पीसी चाको ने भागवत पर हमला करते हुए कहा है कि संघ और जिहादी ताकते देश के लिए खतरा है। हमले में सीपीआईएम प्रमुख सीताराम येचुरी ने भी आलोचना की है। कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने भी भागवत पर हमला बोला है।
भागवत के केरल और बंगाल को लेकर दिए हुए बयान और रोहिंग्या मुस्लिम को लेकर राजनीति गरमा गयी है। भागवत के बयान पर पीसी चाको ने पलटवार करते हुए कहा है कि जिहादी ताकते और संघ परिवार जहाँ भी रहेंगे, देश के लिए खतरा रहेंगे। जहा तक केरल और बंगाल की बात है दोनों राज्यों के लिए कोई स्पेशल कंडीशन नहीं है। चाको ने कहा कि भारत में चरमपंथी ताकते पैर जमा रही है। इसीलिए सरकार का प्रबंधन कमज़ोर है।
आगे कांग्रेस के नेता ने कहा है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का अपना अजेंडा है। इसलिए वह एक ग्रुप को टारगेट कर रहा है। स्वतंत्र समाजवादी लीडर की निर्मम हत्या के बारे में कोई बात नहीं कर रहा है। समाज का एक वर्ग नफरत बाँट रहा है। उन्होंने आगे कहा की अगर वे ऐसे ही शिकायते करते रहे तो भागवत को कोई गंभीरता से नहीं लेगा। इन लोगो को पीएम से शिकायत करनी चाहिए। डोकलाम विवाद पर चाको ने कहा कि मामला जब हल हुआ, तभी से चीन ने आधिकारिक रूप से विरोध करना शुरू कर दिया। भागवत को इसकी जानकारी नहीं होगी।
दूरदर्शन पर भागवत का लाइव प्रसारण क्यों?
सीपीआईएम के महासचिव सीताराम येचुरी ने आरोप लगायें है कि भागवत के भाषण को राष्ट्रीय प्रसारक दूरदर्शन पर लाइव दिखाना गलत था। उन्होंने इसकी आलोचना की। साथ ही उन्होंने कहा कि आरएसएस चीफ को नेशनल टेलीविज़न पर लाइव दिखाया जा रहा है क्या उनके भाषण की जाँच हुई थी? याद रखिये कि इस सरकार ने 15 अगस्त को त्रिपुरा के सीएम का भाषण सेंसर कर दिया था। येचुरी ने कहा कि इस से दिखता है कि बीजेपी की सरकार लोकतंत्र के साथ कैसा खिलवाड़ करती है, एक तरफ विपक्ष के सीएम का भाषण भी नहीं चलने देती और इधर आरएसएस प्रमुख का भाषण नेशनल टीवी पर दिखाया जाता है उसे पूरी कवरेज मिलती है, जिसे जनता ने चुना भी नहीं है।
Nagpur telecast reveals how this govt treats democracy. Opposition CM? No. But unelected bosses of RSS? Full coverage for divisive ideology.
— Sitaram Yechury (@SitaramYechury) September 30, 2017
संघ का एजेंडा गैर-भाजपाइयों पर निशाना साधना
सीपीआई के नेता डी. राजा ने भी भागवत पर हमला करते हुए कहा है कि भागवत की बात से सहमत नहीं हुआ जा सकता है। वे उनके मुखिया है और वे गैर भाजपाइयों पर निशाना साध रहे है। खासतौर पर ये केरल बंगाल और त्रिपुरा को टारगेट कर रहे है। राजा ने आगे कहा कि वे अपना साम्प्रदायिक हिन्दू अजेंडा लागु करने की कोशिश कर रहे है, ऐसी सरकार को टारगेट करके लोगो को बाटना चाहते है।
केरल-बंगाल सरकार हिंसा में शामिल लोगो के खिलाफ एक्शन ले
कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने कहा है कि जो लोग पश्चिम बंगाल और केरल में सरकार के खिलाफ आवाज उठा रहे है, वे मोहन भागवत से जुड़े है। उम्मीद करता हूं केरल और बंगाल सरकार इनके खिलाफ एक्शन लेगी। जो लोग हिंसा में शामिल थे उन्हें गिरफ्तार करेगी।
रोहिंग्या आतंकी नहीं, आम लोगो की नहीं है सरकार
दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शिला दीक्षित के बेटे संदीप ने रोहिंग्या पर कहा है कि मुझे नहीं लगता कि रोहिंग्या भारत में किसी आतंकवादी गतिविधि में शामिल है। आरएसएस प्रमुख भागवत से पूछना चाहूंगा कि जब पीएम मोदी म्यांमार दौरे पर गए थे तो वहां की सरकार से रोहिंग्या मुस्लिम को वापस लेने को क्यों नहीं कहा था।
उन्होंने कहा कि सरकार के पास बुलेट ट्रैन चलाने को पैसा है, लेकिन एक पूल बनाने के लिए नहीं। उन्होंने आगे कहा कि सरकार की प्राथमिकता एसी में चलने वाले लोग है और आम जनता के लिए सरकार के पास कुछ नहीं है।