ब्रिटेन में जैसे ही ब्रेक्सिट (यूरोपीय यूनियन से ब्रिटेन का बहार निकलना) के लिए मतदान की तारीख नजदीक आ रही है वैसे ही प्रधानमन्त्री थेरेसा मे की सरकार की भी परेशानियों में इजाफा हो रहा है। इस के साथ ही एक अन्य प्रशन भी मीडिया में उठा रहा है कि यदि अगले सप्ताह संसद में ब्रेक्सिट बिल अगर खारिज हो जाता है तो क्या थेरेसा मे अपना पद से इस्तीफा दे देंगी। हालांकि पीएम के समर्थकों के मुताबिक थेरेसा मे को खुद पर भरोसा है और इस मतदान के बाद भी वह अपने पद पर बनी रहेंगी।
थेरेसा मे सांसदों को 11 दिसम्बर को संसद में पेश किये जाने वाले ब्रेक्सिट, ब्रिटेन का यूरोपीय संघ से तलाक के प्रस्ताव को समर्थन करें। विपक्षी दलों ने कहा कि वे इसके खिलाफ मतदान करेंगे। थेरेसा में की कंर्जवेटिव पार्टी के दर्जनों सांसद भी इस बिल के पक्ष में नहीं है।
सोमवार को थेरेसा मे ने कहा कि दो हफ़्तों के समय में उनके पास नौकरी है। उन्होंने कहा कि मेरी नौकरी में जो जनता हुक्म देती है वो हमें सुनिश्चित करना होता है। उन्होंने कहा कि हम ईयू से बाहर निकल रहे हैं, लेकिन ऐसे कि जिससे फायदा हमारी जनता का हो। हालांकि थेरेसा मे ने सांसदों द्वारा इस प्रस्ताव कोख्रीज करने की बाद की रणनीति का खुलासा नहीं किया है।
उन्होंने कहा कि मेरा ध्यान अभी मतदान पर केन्द्रित है। मई के समर्थक ने बहस के दौरान कहा कि बेहतर शर्तों के साथ ब्रिटेन दोबारा बातचीत के लिए तैयार है। हालांकि ब्रिटिश और ईयू का समझौता, जिस पर बातचीत के लिए डेढ़ साल लगे वह अभी भी किनारे पर है। मलतब संभव है कि ब्रिटेन को बिना समझौते के ईयू से बाहर निकलना होगा।
दुत्च्के प्रधानमन्त्री मार्क रुटते ने कहा कि यहाँ कोई प्लान बी नहीं है। उन्होंने कहा कि बातचीत के दौरान दोनों ने लाल रेखाएं खींच दी हैं, ब्रिटेन ने ईयू और ब्रिटेन के मध्य लोगों की मुक्त आवाजाही के प्रस्ताव को ठुकरा दिया है। उन्होंने कहा कि जब आप आपने शर्तों पर अड़े रहते हो, तो बातचीत का जरिया मुश्किल होता जाता है। बहरहाल समझौता अभी भी सिर्फ किनारे पर है। उन्होंने कहा कि मुश्किल ब्रेक्सिट और ब्रेक्सिट न करने के आलावा कोई विकल्प नहीं है।