ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने ब्रिटेन के नए प्रधानमन्त्री बोरिस जॉनसन को एक खुला पत्र लिखा है। उन्होंने उम्मीद व्यक्त की है कि बोरिस जॉनसन के नेतृत्व में दिनों देशों के राजनयिक सम्बन्ध मजीद मज़बूत होंगे। रविवार को प्रकाशित ख़त में रूहानी ने वेबसाइट पर ब्रिटेन के प्रधानमन्त्री बोरिस जॉनसन को प्रधानमन्त्री पद पर आसीन होने के लिए बधाई दी थी।
ईरान-ब्रिटेन के सम्बन्ध
रूहानी ने कहा कि “उन्हें जॉनसन की एकमात्र यात्रा के बाबत याद है जब वह ब्रिटेन के विदेश सचिव के तौर पर साल 2017 में तेहरान की यात्रा पर आये थे और अब उनके कार्यकाल में प्रधानमन्त्री द्विपक्षीय और बहुपक्षीय संबंधो को और गहरा करेंगे।”
जॉनसन ने बुधवार को प्रधानमन्त्री पद को संभाला था और पर्शियन गल्फ में ब्रिटेन और ईरान के बीच कूटनीतिक मतभेद जारी है। ईरान ने बीते हफ्ते होर्मुज़ के जलमार्ग से ब्रिटेन के ध्वज वाले जहाज को जब्त कर लिया था और ब्रितानी विभागों ने ईरान के तेल टैंकर को गिब्राल्टर से जुलाई के शुरुआत में जब्त किया था। यह जहाज ईयू के प्रतिबंधों का उल्लंघन कर सीरिया को तेल की आपूर्ति कर रहा था।
19 जुलाई को ईरान के रेवोलूश्नेरी गार्ड्स ने ब्रिटेन के ध्वज वाले जहाज को 23 क्रू सदस्यों सहित होर्मुज़ के बंदरगाह से गिरफ्तार कर लिया था। वियेना में मुलाकात में पहुचने पर ईरान के उपविदेश मंत्री अब्बास अराघची ने टैंकर मामलो को परमाणु संधि से जोड़ दिया था।
पर्शियन गल्फ में ब्रिटेन और ईरान के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है और ईरान ने संकेत दिया कि वह ब्रिटेन के साथ टैंकर अदला बदली के लिए तैयार है।
ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जावेद जरीफ ने ट्वीट कर कहा कि “मैं अपने पूर्व समकक्षी बोरिस जॉनसन को ब्रिटेन के प्रधानमन्त्री बनने की बधाई देता हूँ। ईरान संघर्ष नहीं चाहता है लेकिन हमारे पास पर्शियन गल्फ में 1500 मील की तटीय रेखा है। यह हमारा जल क्षेत्र है और हम इसका संरक्षण करेंगे।”