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    ब्रिटेन वर्क वीजा

    ब्रिटेन अपने यहां पढ़ने वाले विदेशी छात्रों के लिए इमिग्रेशन वीजा नीति को लचीला करने जा रहा है। ब्रिटेन में पढ़ने वाले छात्रों को अब आसानी से वर्क वीजा मिल सकेगा। 11 जनवरी से शुरू होने वाले नए इमिग्रेशन नीति नियमों के तहत अब ब्रिटेन में विदेशी छात्रों को अपने पढ़ाई का कोर्स पूरा करने के बाद ही टायर-2 वीजा या कुशल वर्कर वीजा दिया जाएगा।

    जबकि पहले नियम था कि किसी विदेशी छात्र को टायर-2 वीजा तभी प्राप्त होगा जब उसके पास डिग्री मौजूद होगी। वर्तमान में डिग्री प्राप्त करने के बाद ही वर्कर वीजा के लिए आवेदन करने की अनुमति दी जाती है।

    अब 11 जनवरी से लागू होने वाले नए नियमों से विदेशी छात्रों को डिग्री प्राप्त करने का इंतजार नहीं करना पड़ेगा, और ब्रिटेन में नौकरी ढूंढने में भी आसानी हो जाएगी।

    ईवाई-यूके द्वारा जारी एक न्यूजलेटर ने बताया है कि ब्रिटेन इमिग्रेशन वीजा के नए नियमों से विदेशी छात्रों को कुछ महीने पहले ही टायर-2 वीजा के लिए आवेदन करने का मौका मिल जाएगा, जिसका फायदा उन्हें नौकरी ढूंढ़ने में मिल सकेगा।

    लंदन मेयर सादिक खान ने किया समर्थन

    गौरतलब है कि लंदन के मेयर सादिक खान ने एक ब्लूप्रिंट में बताया था कि ब्रिटेन में वर्कर वीजा के लिए आवेदन करने वाले विदेशी छात्रों की संख्या में कमी देखी गई है। सादिक खान ने सुझाव दिया था कि पढ़ाई के बाद का वीजा टायर-2 वीजा से अलग होना चाहिए।

    साथ ही विदेशी छात्रों को अपना कोर्स पूरा करने के बाद 12-24 महीने के लिए ब्रिटेन में काम करने का मौका मिलना चाहिए। रिपोर्ट के मुताबिक इमिग्रेशन नियमों में बदलाव ब्रिटेन के विश्वविद्यालयों और सरकार के बीच बातचीत का एक परिणाम है।

    ब्रिटेन में वर्तमान नीति से विदेशी छात्रों को पढ़ाई के बाद नौकरी तलाश करने मे काफी समस्या का सामना करना पड़ता है। यदि उन्हें नौकरी नहीं मिलती तो वीजा अवधि समाप्त होने के बाद अपने देश लौटना पड़ता है।

    अमेरिका में सख्त हुए नियम

    आपको बता दें कि हाल ही में अमेरिका की ट्रम्प सरकार नें विदेशी छात्रों को मिलने वाले एच-1 बी वीसा के नियमों में बदलाव कर इसे और कठिन बना दिया है। अब दुसरे देशों से आये छात्रों के लिए अमेरिका में नौकरी करना काफी मुश्किल को जाएगा।