भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ब्रिटेन की हिन्दुस्तान में नुकसान को रेखांकित किया है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने औपनिवेशिक हुकूमत के दौरान देश ने काफी आक्रमकता को झेला है। जयशंकर वांशिगटन डीसी के अटलांटिक काउंसिल को संबोधित कर रहे थे।
इस सम्मेलन में उन्होंने वैश्विक प्रसंग में भारत के बारे में बताया और देश में ब्रितानी शासन के दो सदियों के प्रभाव को रेखांकित किया था।
EAM at Atlantic Council event in Washington DC: India had 2 centuries of humiliation by West,in its predatory form it came to India in mid 18th century. An economic study tried to estimate how much British took out of India,it ended up at a number of $45 trillion in today's value pic.twitter.com/iFi9J0TpNc
— ANI (@ANI) October 1, 2019
उन्होंने कहा कि “अपने लूटपाट के इरादे से ब्रितानी शासन 18 वीं शताब्दी के मध्य में भारत में आये थे। एक आर्थिक अध्ययन ने अनुमान लगाने की कोशिश की कि ब्रिटेन भारत से कितना पैसा लेकर गया और यह आंकड़ा आज की कीमत में 45 ट्रिलियन डोलर है।”
विदेश मंत्री वांशिगटन की चार दिवसीय यात्रा पर है और उन्होंने इससे पूर्व एटलान्टिक काउंसिल द्वारा आयोजित गोलमेज सम्मेलन में शिरकत की थी। इस मौके पर भारत और अमेरिका के बीच विभिन्न व्यापार से सम्बंधित मामलो पर चर्चा की गयी थी जिन पर विभिन्न चरणों के बातचीत के बाद पंहुचे थे।