Wed. May 15th, 2024
हसन रूहानी

पर्शियन गल्फ में ब्रिटेन और ईरान के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है और ईरान ने संकेत दिया कि वह ब्रिटेन के साथ टैंकर अदला बदली के लिए तैयार है। ईरान ने हाल ही में ब्रिटेन के ध्वज वाले स्टेन इम्पेरो जहाज जब्त कर लिया था और जहाज के क्रू के साथ बातचीत के बाद सकारात्मक प्रगति होने की उम्मीद व्यक्त की थी।

टैंकर रिहाई पर बातचीत नही

ब्रितानी कूटनीतिक सूत्रों ने जब्त टैंकर को रिहर करने के मामले के लिए ईरान के साथ बातचीत करने के लिए एक मध्यस्थ्ताकार भेजने से इंकार कर दिया था। ईरान की स्थानीय न्यूज़ वेबसाइट के मुताबिक, इस्लामिक गणराज्य द्वारा जब्त किये गए ब्रिटेन के जहाज को रिहा करने के लिए एक मध्यस्थ्ताकार को भेजा गया है।

ईरान ने शुक्रवार को ब्रितानी तेल टैंकर को जब्त किया था। इससे ठीक दो सप्ताह पूर्व ब्रितानी विभागों ने गिब्राल्टर के बंदरगाह से ईरान के तेल जहाज को हिरासत में ले लिया था। इस जहाज पर प्रतिबंधों का उल्लंघन कर सीरिया तक तेल निर्यात करने का संदेह था।

इसके बाद ब्रिटेन के पूर्व विदेश मंत्री जेरेमी हंट ने खाड़ी में रक्षा अभियान में विकास की योजनाओं का ऐलान किया था। इस विचार को फ्रांस, इटली और नीदरलैंड की तरफ से समर्थन मिला था। अमेरिका की सेंट्रल कमांड ने गुरूवार को ऐलान किया कि ईरान के खिलाफ बीते हफ्ते यूएसएस बॉक्सर ने रक्षात्मक रवैया अपनाया था और इस दौरान समुन्द्र में ईरानी ड्रोन माँ दिया गया था।

ड्रोन को मारने के सबूत दिखाए

ईरान के रक्षा मंत्री आमिर हतामी ने कहा कि “अमेरिका को अपने दावो के सबूत मुहैया करने चाहिए क्योंकि उनकी किसी भी ड्रोन को नुकसान नहीं पंहुचा है। जब ईरान ने बीते महीने अमेरिका के ड्रोन को मार गिराया था तो हमने अपने दावे को साबित करने के लिए तस्वीरे साझा की थी।”

ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने कहा कि “वह बातचीत के लिए तैयार है लेकिन इसका मतलब समर्पण करना बिल्कुल न समझा जाए। ईरान समस्याओं का समाधान करने के लिए वैध और ईमानदार बातचीत के लिए तैयार है। वह होर्मुज़ के जलमार्ग पर कानून के उल्लंघन को अनुमति नहीं देंगे।”

By कविता

कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

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