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    महातिर मोहम्मद और शी जिनपिंग

    चीन और मलेशिया ने बेल्ट एंड रोड रेल प्रोयेक्ट का निर्माण कार्य उत्तरी मलेशिया में बहाल कर दिया है। इस परियोजना को एक वर्ष से अधिक समय तक स्थगित किया गया था और दोनों पक्षों के बीच कीमत में एक तिहाई कटौती करीब 11 अरब डॉलर को मंज़ूरी दी थी।

    मलेशिया में बीआरआई परियोजना बहाल

    इस परियोजना को शुरुआत में मलेशिया के प्रधानमन्त्री महातिर मोहम्मद ने रद्द कर दिया था। बीते वर्ष मई में चुनावो में जीत के बाद वह सत्ता पर विराजमान हुए थे। उन्होंने चीन की पक्षपाती विशाल परियोजनाओं को रद्द करने या दोबारा बातचीत करने का संकल्प लिया था। जिन्हें पूर्व प्रधनामंत्री नजीब रजाक ने मंज़ूरी दी थी।

    हालाँकि अप्रैल में करीबी व्यापार साझेदारो ने पूर्वी तटीय रेल लिंक को आगे बढाने की मंज़ूरी 44 अरब डॉलर पर दे दी थी और इसमें 10.7 अरब डॉलर को कम किया गया था। चीनी कम्युनिकेशन कंस्ट्रक्शन कंपनी लिमिटेड ने 640 किलोमीटर को लाइन के निर्माण का कॉन्ट्रैक्ट दिया है।

    मलेशिया में चीनी राजदूत ने एक समारोह में कहा कि “इस प्रोजेक्ट पर कार्य को बहाल करने की मंज़ूरी देने से विदेशी निवेशको का मलेशिया पर विश्वास बढ़ा है।” चीन के निवेशक मलेशिया की जमीन का अध्ययन करने के लिए आ रहा हैं और उसमे से अधिकतर निवेश करेंगे।

    चीनी पर्यटकों की संख्या में होगा इजाफा

    मलेशिया का सबसे बड़ा व्यापार साझेदार चीन है और दोनों देशों के बीच नजदीकी सांस्कृतिक संबंध भी है। राजदूत बाई ने कहा कि “ईस्ट कॉस्ट रेलवे लाइन का निर्माण कार्य संपन्न होने की समभावना दिसम्बर 2026 तक है और इससे मलेशिया आने वाले चीनी पर्यटकों की संख्या दोगुनी हो जाएगी जो बीते वर्ष 30 लाख थी।”

    इस प्रोजेक्ट के स्थानीय साझेदार मलेशिया रेल लिंक ने बयान में कहा कि “70 प्रतिशत से अधिक कर्मचारी स्थानीय है और स्थानीय कॉन्ट्रैक्टर्स को नागरिक कार्यो का 40 प्रतिशत दिया गया है।” बीआरआई की परियोजना कई विकासशील देशों में आर्थिक विकास को सुधरने वाली कही जा रही है लेकिन आलोचकों के मुताबिक, इनमे से अधिकतर देश ऋण के तले डूब जायेंगे।”

    मलेशिया के वित्त मंत्री लिम गुआन एंग ने रायटर्स से सोमवार को कहा कि “बीजिंग ने उन्हें और बीआरआई संरचना निवेशों के प्रस्ताव दिए हैं और अगर कीमत सही हुई,तो कुआला लुम्पुर पर भी विचार किया जायेगा।”

    By कविता

    कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

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