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    मोदी-शी-चिनपिंग

    नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी चिनपिंग के बीच आज निजी मुलाक़ात होने जा रही है। डोकलाम विवाद के बाद यह पहली बार हो रहा है जब दोनों बड़े नेता आमने सामने होंगे। ऐसे में सीमा विवाद से लेकर आतंकवाद तक कई मुद्दे उठाये जा सकते हैं।

    जाहिर है चीन में इस समय ब्रिक्स सम्मलेन 2017 हो रहा है। इसमें भारत और चीन के आलावा रूस, ब्रासिल और दक्षिण अफ्रीका भी हिस्सा ले रहे हैं। कल प्रधानमंत्री मोदी ने सभी देशों के राष्ट्राध्यक्षों से मुलाकात की थी। इसके अलावा मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादमीर पुतिन के बीच भी मुलाक़ात हुई थी।

    ब्रिक्स में उठा आतंकवाद का मुद्दा

    इससे पहले कल ब्रिक्स सम्मलेन के दौरान सभी देशों ने माना कि आतंकवाद एक बड़ी समस्या है और इसे हर हालत में मिटाना होगा। यह पहली बार हुआ है जब इतने बड़े मंच से आतंकवादी संगठनों का नाम घोषित हुआ हो। इनमे से ज्यादातर आतंकवादी संगठन पाकिस्तान में हैं।

    डोकलाम विवाद पर हो सकती है चर्चा

    भारतीय प्रधानमंत्री और शी चिनपिंग के बीच होने वाली मुलाक़ात इसलिए भी महत्वपूर्ण मानी जा रही है, क्योंकि दोनों देशों के बीच सीमा विवाद टला नहीं है। हाल ही में करीबन 73 दिनों तक दोनों देशों की सेना एक दूसरे के सामने डटी हुई थी। इससे भारत चीन सम्बन्ध काफी हद तक ख़राब हो गए थे।

    हालाँकि मौजूदा विवाद टल गया था, लेकिन इसका स्थायी समाधान नहीं निकाला गया है।

    दोनों नेताओं के लिए महत्वपूर्ण होगा, कि वे बातचीत से इस मुद्दे का स्थायी हल निकाले, ताकि भविष्य में ऐसी परिश्थिति से बचा जा सके।

    By पंकज सिंह चौहान

    पंकज दा इंडियन वायर के मुख्य संपादक हैं। वे राजनीति, व्यापार समेत कई क्षेत्रों के बारे में लिखते हैं।