वह ट्रैक पर एक के बाद एक रिकॉर्ड तोड़ने को तैयार है लेकिन भारत की स्टार धाविका हिमा दास इसके साथ अपनी पढ़ाई में भी कोई कमी नही आने देना चाहती और वह इस समय अपने अभ्यास के साथ-साथ बोर्ड परीक्षा की तैयारियो के लिए समय निकाल रही है।
हिमा विश्व युवा चैंपियनशिप 400 मीटर में स्वर्ण पदक विजेता रही थी जिसके बाद वह आईएएएफ वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भारत की पहली ट्रैक गोल्ड मेडलिस्ट बनी थी। इस 400 मीटर की दौड़ को पूरा करने के लिए हिमा ने केवल 51.46 सकेंड का ही समय लिया था, जो की एक रिकॉर्ड दर्ज किया गया था। उसके बाद अपने प्रदर्शन को और बेहतर करते हुए 19 साल की इस खिलाड़ी ने एशियन गेम्स में 400 मीटर की दौड़ को पूरा करने के लिए केवल 50. 09 सकेंड लिये थे, जो की एक राष्ट्रीय रिकॉर्ड दर्ज किया गया था। जिसके बाद असम के नागांव जिले के कंधुलिमारी गाँव के निवासी रातोंरात एक स्टार बन गई।
लेकिन, किसी भी अन्य युवा की तरह ही उसे शैक्षिक डिग्री की आवश्यकता का एहसास होता है। वह वर्तमान में असम उच्च माध्यमिक शिक्षा परिषद के तहत अपनी कक्षा 12 की परीक्षा दे रही है।
गुवाहाटी से हिमा ने पीटीआई से कहा, ” मेरा ध्यान 2019 में कुछ बड़े टूर्नामेंट पर है लेकिन अपने अभ्यास के साथ-साथ में अपनी परीक्षाओ की तैयारियो पर भी ध्यान दे रही हूं।”
My life
My inspiration pic.twitter.com/jGVSQazWz9— Hima (mon jai) (@HimaDas8) January 21, 2019
हिमा की बोर्ड की परीक्षा 12 फरवरी से शुरू हुई है और मार्च के मध्य में जाकर खत्म होंगी। उनकी परीक्षा उनके गांव के डींग कॉलेज में ही हो रही है लेकिन वह अपने गांव में नही रह रही है। वह अपने घर और गुवाहाटी के स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया के हॉस्टल के बीच भाग-दौड़ कर रही है, जो कि उनके घर से 120 किमी की दूरी पर है। वह ऐसा इसलिए कर रही है क्योंकि वह नहीं चाहती परीक्षाओ की वजह से उनके अभ्यास में कोई रूकावट आए।
एकमात्र भारतीय महिला जिसने विश्व स्तर पर ट्रैक और फील्ड गोल्ड जीता है हिमा ने कहा, “मैंने इस तरह से अपना कार्यक्रम बनाया है कि जब भी मुझे पढ़ाई से समय मिल रहा है, मैं अपना प्रशिक्षण करती हूं।”