ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान स्टीव स्मिथ ने गुरुवार 21 दिसंबर को सिडनी क्रिकेट ग्राउंंड में मीडिया को संबोधित किया जहा उन्होने बॉल टेंपरिंग विवाद के ऊपर बात की और अपने ऊपर लगाए गए बॉल टैंपरिंग विवाद को स्वीकार किया, और कहा यह मेरी कप्तानी की सबसे बड़ी विफलता थी।मार्च में बॉल टेंपरिंग विवाद के बाद स्मिथ मीडिया के सामने अप्रैल में सिडनी एयरपोर्ट में रोते हुए नजर आए थे, उन्होने कहा कि उन्हें बॉल-टेंपरिंग विवाद रोकने का अवसर मिला था, लेकिन वह इसमें शामिल नही होना चाहते थे।
उन्होने कहा जब बॉल टैंपरिंग को लेकर बात चल रही थी तो में वही था लेकिन मैंने इसे रोका नही जो मेरी कप्तानी में मुझसे बहुत बड़ी भूल हुई थी, और यह मेरे नेतृत्व की सबसे बड़ी विफलता थी। उसके बाद यह बाहर निकल गया और मैदान में हुआ, मुझे इसे रोकने का अवसर था लेकिन मैं कुछ नही जानना चाहता था। यही मेरे नेतृत्व की सबसे बड़ी विफलता थी और मैंने इसके लिए जिम्मेदारी ली है।”” जहां, मैंने कहा मैं इसके बारे में जानना नही चाहता वहा से में चला गया। तो यह मेरा मौका था जब मैं कुछ होने से रोक सकता था। यह ऐसा कुछ है जो मैंने पिछले कुछ 9 महीनो में सीखा है। आपके द्वारा किए गए हर फैसले में नकारत्मक दृष्टिकोण हो सकता है। अब यह सीखने के लिए है और अपनी यादो को कम करने के लिए है की आगे से मैं सही निर्णय कर सकूं।
स्मिथ की कार्रवाई या इसकी कमी ने सर्वाजनिक क्रोध को न्यौता दिया, जिसके प्रणामस्वरुप संबंधित तीनो- स्टीव स्मिथ, डेविड वॉर्नर और कैमरन बैनक्राफ्ट को खेल से निलंभित किया गया- और क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया में भी इसके बाद कई बदलाव आए।
पूर्व कप्तान जो कि ऑस्ट्रेलियाई घरेलू क्रिकेट से भी बैन किया गये है, उन्होने कनाडा टी-20 और वेस्टइंडीज के टी-20 टूर्नामेंट में हिस्सा लिया था औऱ एनएसडब्लू प्रीमियर क्रिकेट टूर्नामेंट में भाग लिया जिससे के वह क्रिकेट से जुड़े रहे। अब वह पाकिस्तान क्रिकेट लीग और आईपीएल की तैयारियो में लगे हुए है जहा वह एक बार अपना जलवा फिर बिखेर सकते है।
“फिलहाल, अगले तीन महीने में सीखने के लिए बहुत कुछ है और साथ ही आशा करता हूं कि 2019 विश्वकप और ऐशेज का हिस्सा बन सकूं। मुझे लगता है टिम पैन ने टेस्ट मैचो में टीम को अच्छी तरह संभाला है, वही वनडे में एरोन फिंच ने भी टीम के लिए अच्छा किया है। शायद मुझे लगता है टीम के प्रदर्शन की वजह से यह उनके लिए मुश्किल रहा होगा। जब मैं वापसी करुंगा और उनके अंडर में खेलूंगा तो, मैं अपनी तरफ से उनकी पूरी सहायता करुंगा औऱ ऑस्ट्रेलिया की टीम को दोबारा सफलता की राह पर लेकर आऊंगा।”