26 दिसंबर को प्रस्तावित यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियनों (यूएफबीयू) की हड़ताल से पहले बैंक ऑफिसर्स आर्गेनाईजेशन ने 21 दिसंबर को एक और हड़ताल बुलाई है। ऑफिसर्स बिना शर्त ग्यारहवीं द्विपक्षीय मजदूरी संशोधन वार्ता की मांग कर रहे हैं।
हडतालों और छुट्टियों के चलते, सोमवार को छोड़कर बैंक अगले शुक्रवार से बुधवार तक बंद रहेगा और इन दिनों बैंकिंग सेवाओं पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है। 22 दिसंबर और 23 दिसंबर को क्रमशः चौथे शनिवार और रविवार के कारण बैंक बंद रहेंगे जबकि 25 दिसंबर क्रिसमस की छुट्टी होगी।
ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कन्फेडरेशन (एआईबीओसी) सहायक महासचिव साज दास ने कहा “हमने 21 दिसंबर की हड़ताल को मई, 2017 में प्रस्तुत मांगों के चार्टर के आधार पर ग्यारहवीं द्विपक्षीय मजदूरी संशोधन वार्ता के लिए पूर्ण और बिना शर्त वार्ता की मांग की है। मजदूरी संशोधन पर चर्चा के बाद से अब तक 19 महीने के बाद भी इस प्रक्रिया में कोई कार्यवाही शुरू नहीं हुई है।”
उनके अनुसार, यूनियन के 3.2 लाख से अधिक अधिकारी हड़ताल में भाग लेंगे क्योंकि भारतीय बैंक एसोसिएशन की तरफ से कोई कोई सार्थक पहल नहीं देखी गई है। उनका कहना है कि ये हड़ताल बैंकों के विलय, पेंशन मामलों में सुधार, स्केल -3 के लिए न्यूनतम वेतन में बढ़ोतरी को ले कर है।”
हड़ताल की वजह से एटीम में कैश की किल्लत हो सकती है और चेक- ड्राफ्ट भी अटक सकते हैं। हालाँकि ऑनलाइन बैंकिंग पर किसी तरह के प्रभाव से इनकार किया गया है लेकिन लगातार 5 दिन बैंक बंद रहने से ग्राहकों को कैश की किल्लत का सामना करना पड़ सकता है। इसके पहले भी दीवाली के अवसर पर चार दिन बैंक बंद रहे थे जिसके कारण त्योहारों के समय ग्राहकों को परेशानियों का सामना करना पड़ा था।