बेल्जियम के किंग फिलिप मंगलवार को सात दिवसीय यात्रा पर भारत आए। भारत पहुंचने पर फिलिप का राष्ट्रपति भवन में शानदार तरीके से स्वागत किया गया। बाकायदा किंग फिलिप के लिए सम्मान समारोह का आयोजन भी किया गया जिसमें सेना की तीनों टुकड़ियों ने किंग को गार्ड ऑफ ऑनर दिया।
इसके बाद में किंग महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देने राजघाट पहुंचे। बाद में किंग ने विदेश मंत्रालय में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मुलाकात की। विदेश मंत्री से मुलाकात करने के बाद किंग फिलिप दिल्ली के हैदराबाद हाउस पहुंचे जहां पर भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उनका स्वागत किया। किंग फिलिप भारत-बेल्जियम द्विपक्षीय संबंधों को लेकर भी बात करेंगे।
बेल्जियम व भारत है महत्वपूर्ण व्यापारिक साझेदार
बेल्जियम के किंग के सात दिवसीय भारत दौरे के दौरान रानी मेथिल्डे भी उनके साथ पहुंची है। साल 2013 में राजगद्दी संभालने के बाद किंग फिलिप व रानी की यह पहली भारत यात्रा है। बाद में किंग फिलिप से भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद व उपराष्ट्रपति वैंकेया नायडू भी मुलाकात करेंगे।
गौरतलब है कि भारत यूरोपीय संघ से बाहर बेल्जियम का तीसरा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है। अगर साल 2016-17 की बात की जाए तो दोनों देशों के बीच में 13.28 डॉलर का द्विपक्षीय व्यापार हुआ था।
जिसमें भारत ने बेल्जियम को 5.65 अरब डॉलर का निर्यात किया, जबकि बेल्जियम ने 6.62 अरब डॉलर का निर्यात किया था। बेल्जियम का एक नियम बना हुआ है कि वहां के राजा किसी भी देश का अपने कार्यकाल में केवल एक बार ही दौरा कर सकते है।
यूरोपीय देश बेल्जियम के किंग फिलिप और रानी रविवार रात को भारत पहुंचे है। दिल्ली के हवाई अड्डे पर भारत सरकार की तरफ से किंग का स्वागत करने विदेश राज्यमंत्री हरदीप पुरी पहुंचे थे।
किंग फिलिप का बुधवार को भारत के वाणिज्य मंत्री सुरेश प्रभु के साथ मुलाकात करने का कार्यक्रम है। गुरूवार को बेल्जियम के शाही परिवार के सदस्य मुंबई जाएंगे, जहां वे महाराष्ट्र के राज्यपाल से मुलाकात करेंगे। इसके अलावा वे मुंबई में हीरा व्यापारियों से भी मिलेंगे।