इजराइल के प्रधानमन्त्री बेंजामिन नेतान्याहू 11 फ़रवरी को एक दिन की यात्रा पर भारत आयेंगे,जहां वह प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी से बातचीत करेंगे। बीते एक साल में यह उनकी दूसरी भारत यात्रा है। बेंजामिन नेतायाहू जनवरी 2018 में भाररत की यात्रा पर आये थे और साल 2017 में भारतीय प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी ने इजराइल की यात्रा की थी।
सूत्रों के मुताबिक बेंजामिन नेतान्याहू एक दिन के लिए भारत में रहेंगे और 11 फ़रवरी को उनकी नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की पुष्टि हो चुकी है। अन्य जानकारी भी तैयार हो चुकी है। दोनों नेताओं ने इस माह के शुरुआत में फ़ोन पर बातचीत की थी, जब इजराइल के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार मीर बेन शब्बाथ ने नई दिल्ली की यात्रा की थी। बेन शब्बाथ ने भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल से भी मुलाकात की थी।
इजराइल के प्रधानमंत्री ने दोबारा भारत की यात्रा करने की इच्छा व्यक्त की थी, जिसे नरेन्द्र मोसी ने स्वीकार कर लिया है। उनकी यह यात्रा इजराइल में संसद के चुनावों से पहले होगी। वहां 9 अप्रैल को चुनाव है। बेंजामिन नातान्यहू को अपनी चौथी जीत की उम्मीद है।
बेंजामिन नेतान्याहू ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के समक्ष मुल्क की छवि मज़बूत दिखाने के लिए कई विदेशों की यात्रा की थी। हाल ही में इजराइल के प्रधानमन्त्री बेंजामिन नेतान्याहू ने ओमान की यात्रा से एक बड़ा कूटनीतिक बदलाव देखा गया। ओमान एक मुस्लिम राष्ट्र है जिसके साथ इजराइल को कूटनीतिक सम्बन्ध नहीं है।
हाल ही में इजरायल के राष्ट्रपति बेंजामीन नेतन्याहू दौरे पर ओमान गए थे। इससे कुछ दिन पूर्व ही फिलिस्तान के मंत्री भी ओमान के दौरे पर थे। दोनो देशों के राष्ट्रपतियों ने ओमान के सुल्तान से मुलाकात की थी। ओमान के विदेश मंत्री ने सम्मेलन में कहा कि हम नही कह सकते है कि रास्तों पर फूल बिछे हुए है लेकिन हमारी प्राथमिकता दोनो देशों के मध्य विवाद को रोकना है। ओमान ने इजरायल को मिडिल ईस्ट के देशों का हिस्सा मान लिया गया था।