बेंजामिन नेतान्याहू इस हफ्ते इजराइल पर सबसे अधिक समय तक हुकूमत करने वाले प्रधानमन्त्री बन रहे हैं। उन्होंने देश का एक लम्बा राजनीतिक सफ़र तय किया है और अपनी पीढ़ी में वह इजराइल का प्रभुत्व रहे हैं। स्कैंडल, संकट और संघर्ष के बावजूद उन्होंने चुनाव दर चुनावो में जीत हासिल की है।
अलबत्ता, उनके दौर में इजराइल में ध्रुवीकरण में अधिक उभार आया है। उनके समर्थक उन्हें इजराइल की सुरक्षा और समृद्धता का श्रेय देते हैं और यहूदी धर्म को बरक़रार रखने के लिए प्रशंसा करते हैं। उनके विपक्षियों ने दावा किया कि बेंजामिन नेतान्याहू ने फिलिस्तीन के साथ शान्ति की उम्मीदों को धराशाही कर दिया है।
अल्पसंख्यक अरब नागरिकों और लेफ्ट विंग विपक्षियों पर हमले बढ़ गए हैं और भ्रष्टाचार की संस्कृति के साथ राजनीतिक को बिगाड़ दिया है। लेकिन उनके 13 सालो की हुकूमत में वह इजराइल के संस्थापक डेविड बेन गुरिओन के कार्यकाल को पार कर देंगे।
इस बात से सभी सहमत है कि नेतान्याहू ने इजराइल पर अपनी स्थायी छाप छोड़ी है। विभाग ने आरोप लगाया कि बेंजामिन नेतान्याहू ने अपनी और अपनी पत्नी को अधिक न्यूज़ कवरेज देने के बदले बेकेज़ टेलिकॉम की वेबसाइट वाल्ला को फायदा पहुँचाया है। हालांकि बेंजामिन नेतान्याहू ने इन आरोपों से इनकार किया है।
69 वर्षीय बेंजामिन नेतान्याहू ने देश में अपनी छवि सुरक्षा और आर्थिक वृद्धि के गारंटर के तौर पर बनायीं है लेकिन उनकी लोकप्रियता और भ्रष्टाचार के आरोपों ने कई मतदाताओं के दिमाग में परिवर्तन की बात डाल दी है।
साल 2009 में बेंजामिन नेतन्याहू सत्ता पर बरक़रार है उन्हें 13 वर्ष हो चुके हैं इसमें साल 1990 का कार्यकाल भी शुमार है।