मुंबई में हुए रेल ब्रिज के हादसे में हुई भगदड़ में मनसे के प्रमुख ने मीडिया को एड्रेस करते हुए कहा है कि जब तक मुंबई में रेल व्यवस्था के बुनियादी ढांचे पर कार्य नहीं होता है, तब तक मुंबई में बुलेट ट्रैन की नींव नहीं रखने देंगे। इस हादसे के बाद मनसे प्रमुख ने मोदी पर निशाना साधा है और कहा है कि जबतक मुंबई में बुलेट ट्रैन का काम शुरू नहीं होने देंगे। इस हादसे में अबतक 23 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 30 से ज्यादा लोग घायल हुए है।
अपने बयानों से सुर्खियों में बने रहने वाले राज ठाकरे ने आज जब दशहरे की शुभकामनाये देते हुए प्रेस से बात की तो उन्होंने कहा कि ये इतना बड़ा त्यौहार है, लेकिन हम टीवी और अखबारों में क्या देख रहे है। यह बहुत ही दुखद बात है। लोगों ने मुहझे घटनास्थल पर जाने को कहा लेकिन में नहीं गया। क्योंकि उससे राहत और बचाव कार्य प्रभावित होता।
मुंबई में नहीं रखने देंगे बुलेट ट्रैन की नींव
ठाकरे ने कहा कि रेलवे बारिश को दोष दे रही है, क्या मुंबई में बारिश पहली बार हो रही है। उन्होंने कहा की सुविधाओं को जबतक सुधारा नहीं जाता तब तक बुलेट ट्रैन की ईंट नहीं रखने देंगे। ठाकरे ने कहा कि मेने लोकल से सफर किया है, स्टेशन पर बहुत काम जगह है। रेहड़ी और खोमचो वालो को चेताते हुए उन्हें जगह खाली करने को बोला और ऐसा नहीं करने पर उन्हें अपने तरीके से हटाने की बात कही।
मोदी गुजरात में चलाये बुलेट ट्रैन
राज ठाकरे ने कहा कि मोदी बुलेट ट्रैन चलना चाहते है तो गुजरात में चलाये मुंबई में नहीं। अगर वे लोग फ़ोर्स का इस्तेमाल करेंगे तो हमे सोचना पड़ेगा कि क्या करना है। 5 अक्टूबर को हम अपने अंदाज में चर्चगेट पर रेलवे अधिकारीयों से बातचीत करेंगे।
जब तक बहरी लोगो का आना नहीं रूकता हालत ऐसे ही बने रहेंगे
मनसे प्रमुख ने कहा कि हर साल 15000 लोग रेल हादसे में मरते है और इनमे से 6000 मुंबई में मरते है। कांग्रेस जाती है, बीजेपी जाती है कुछ नहीं बदलता है। बहरी लोगो को निशाना बनाते हुए ठाकरे ने कहा कि जबतक बहरी लोगो का आना-जाना नहीं रुक जाता तब तक शहर ऐसे ही कांपता रहेगा।
रेलवे है तो आतंकियों की क्या जरुरत
मनसे नेता ने कहा कि हमे पाकिस्तान या आतंकवादियों जैसे दुश्मनो की क्या जरुरत है, जब हमारे पास लोगों को मारने के लिए भारतीय रेलवे है।
प्रभु अच्छा काम कर रहे थे पीयूष किसी काम के नहीं है
मनसे प्रमुख ने रेलमंत्री पर भी निशाना साधा है और कहा है कि पीयूष किसी काम के नहीं है मुझे खुद ही रेलवे अधिकारियो से बात करनी होगी। बुलेट ट्रैन चलाने के लिए सुरेश प्रभु को हटा दिया जबकि प्रभु अच्छा आम कर रहे थे। रेलवे स्टेशन का नाम बदलोगे तो क्या होगा, किसी स्टेशन का नाम राम मंदिर रख देने से राम मंदिर तो नहीं बन जायेगा।
शिवसेना पर भी बरसे राज ठाकरे
शिवसेना और बीजेपी के गठबंधन पर जब उन्हें पूछा गया तो उन्होंने कहा कि ये सब राजनीती है, शिवसेना बीजेपी के साथ क्यों है क्योकि वे सब एक है और एक जैसे है। बीजेपी जब सरकार में होती है तो चुप होती है और जब विपक्ष में होती है प्रदर्शन करती है।
स्पिरिट नहीं लोगो को नौकरी करना होता है
कुछ दिनों में यहाँ सब सामान्य हो जाएगा और फिर हम कहेंगे कि मुंबई की स्पिरिट है। ये कोई स्पिरिट नहीं है, लोगों को नौकरी पर जाना होता है।