मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना के तहत जापान से परियोजना संबन्धित समान की पहली खेप भारत पहुँच चुकी है।
टाइम्स ऑफ़ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक प्रधानमंत्री की अति महत्वाकांक्षी बुलेट ट्रेन परियोजना से संबन्धित समान की पहली खेप गुजरात के वडोदरा पहुँच गयी है।
पहले इसे जापान से समुद्र के रास्ते लाकर मुंबई में उतारा गया था, बाद में इसे सड़क के रास्ते वडोदरा लाया गया है।
मालूम हो कि वडोदरा में ही हाइ स्पीड रेल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट (HSRTI) को स्थापित किया गया है। HSRTI की स्थापना राष्ट्रीय हाइ स्पीड रेल कार्पोरेशन लिमिटेड (NHSRCL) ने की है। इस इंस्टीट्यूट को 5 हेक्टेयर जमीन पर स्थापित किया गया है।
जापान से आए इस माल में बुलेट ट्रेन परियोजना के प्रशिक्षण हेतु 200 मीटर रेल, 12 ट्रैक स्लैब और 13 एमएम व्यास वाले सुदृनिकरण बार शामिल हैं।
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NHSRCL की मैनेजिंग डायरेक्टर अचल खरे ने बताया है कि इन प्रोजेक्ट के तहत प्रशिक्षण के लिए आई सामग्री ही आगे प्रोजेक्ट में इस्तेमाल होगी। इसी के साथ खरे ने बताया है कि वर्तमान में देश में कोई भी उत्पादन इस स्तर के उत्पाद नहीं बना रहे हैं। इसके चलते अभी सारा समान जापान से ही आयात करना होगा।
मालूम हो कि यह बुलेट ट्रेन परियोजना करीब 508 किलोमीटर लंबी है। इसके लिए करीब 1 लाख ट्रैक स्लैब की आवश्यकता पड़ेगी।
वहीं इस परियोजना से जुड़े हुए एक अधिकारी ने मीडिया को बताया है कि एक ट्रैक स्लैब करीब 8 आम रेलवे स्लीपर के जितना शक्तिशाली है।
अधिकारी ने बताया है कि ट्रेनिंग के लिए 2 ट्रैक की स्थापना की जाएगी, इनमे एक 100 मीटर लंबाई का सीधा ट्रैक होगा, जबकि दूसरा घुमावदार ट्रैक होगा।
मालूम हो कि बड़ोदरा में इन परियोजना से जुड़े कामगारों की ट्रेनिंग अगले वर्ष फरवरी से शुरू हो जाएगी।
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