भारतीय बैडमिंटन संघ (बाई) ने एचएस प्रणॉय और बी साई प्रणीत के उन दावों को खारिज कर दिया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि संघ ने उन्हें एशियाई बैडमिंटन चैम्पियनशिप में भाग लेने से रोक दिया।
बीएआई ने सोमवार को एक बयान में कहा, ” बैडमिंटन एशिया से प्राप्त ई-मेल के आधार पर, हमें पुरुष एकल और महिला एकल से दो-दो, महिला युगल और पुरुष युगल से तीन-तीन तथा मिश्रित युगल से चार खिलाड़ियों के नाम भेजने को कहा गया था।”
बयान में आगे कहा गया है कि खिलाड़ियों के विश्व रैंकिंग के अनुसार ड्रॉ निकाला गया था, जिसमें एशियाई बैडमिंटन की ओर से प्रकाशित रैंकिंग पात्रता सूची के अनुसार मुख्य ड्रॉ में श्रीकांत (विश्व रैंकिंग 6) और समीर वर्मा (विश्व रैंकिंग 11) का उल्लेख किया गया था। इसी के आधार पर खिलाड़ियों को भेजा जाना था।
मंगलवार से शुरू चीन के वुहान में शुरू होने जा रही एशियाई बैडमिंटन चैम्पियनशिप में किदांबी श्रीकांत और समीर वर्मा पुरुष एकल में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे।
प्रणॉय और प्रणीत ने कथित तौर पर आरोप लगाया है कि बाई ने आयोजकों को उनके नामों की पुष्टि नहीं की।
प्रणॉय ने दावा किया कि अंतिम समय सीमा से पहले ही खिलाड़ियों ने अपना नाम भेज दिया था और इसके बावजूद 10 नाम छू गए। वे इसके लिए माफी भी नहीं मांग रहे हैं।
उन्होंने साथ ही यह भी आरोप लगाया कि टिकट की देरी से पुष्टि होने के कारण टूर्नामेंट के लिए दौरा करना मुश्किल था।
प्रणॉय के अनुसार, वे एशियाई मिश्रित टीम चैंपियनशिप के दौरान हांगकांग में फंसे हुए थे।
उन्होंने कहा, “जब हम एबीसी मिश्रित टीम स्पर्धा के लिए हांगकांग गए थे तो हम वहां दो घंटे के लिए हवाई अड्डे पर फंसे हुए थे। हमारे लिए कोई परिवहन की सुविधा भी नहीं थी क्योंकि बाई ने इसके लिए आयोजकों को अनुरोध नहीं भेजा था।”