भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने (बीसीसीआई) ने क्रिकेटर रिंकू सिंह को 3 महीने के लिए क्रिकेट के हर प्रारुप से निलंबित कर दिया है क्योंकि उन्होने अबू धाबी में अनधिकृत टी-20 प्रतियोगिता में बिना किसी से अनुमति लिये उसमें भाग लिया। अपनी इस गलती की वजह से अब 21 वर्षीय खिलाड़ी श्रीलंका-ए के खिलाफ भारत-ए की टीम को प्रतिनिधित्व नही कर पाएगा। दोनो टीम के बीच 4 दिवसीय मैच 31 मई से खेला जाएंगा। पहले मैच में भारत-ए ने एक इनिंग और 205 रन से मैच जीता है।
उत्तर प्रदेश और इंडियन प्रीमियर लीग में कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए खेलने वाले रिंकू पर प्रतिबंध 1 जून से लागू होगा। बोर्ड से जारी एक आधिकारिक बयान के अनुसार, युवा खिलाड़ी ने एक टूर्नामेंट में खेलने की पूर्व अनुमति नहीं ली थी। यूएई में जिसके परिणामस्वरूप इसके नियमों और विनियमों का उल्लंघन हुआ। बीसीसीआई किसी भी भारतीय खिलाड़ी को उसकी अनुमति के बिना किसी भी टूर्नामेंट में विदेश में भाग लेने की अनुमति नहीं देता है।
रिंकू ने टी-20 लीग में डेक्कन ग्लैडिएटर्स के लिए खेला था और वहा 100 से अधिक रन और 2 विकेट चटकाए थे। इस टूर्नामेंट में वह पहले 2017 में भी खेल चुके है और उस समय वह आलूबोंड टाइगर्स के लिए खेलते थे।
बीसीसीआई के खिलाड़ी विदेश में टूर्नामेंट नहीं खेल सकते हैं
एक रिलीज में कहा गया, “बीसीसीआई के मानदंडों के अनुसार, बोर्ड के साथ पंजीकृत कोई खिलाड़ी बोर्ड की अनुमति के बिना विदेश में किसी भी टूर्नामेंट में नहीं खेल सकता है। इसलिए, श्री रिंकू सिंह को 1 जून, 2019 से शुरू होने वाले तीन महीनों की अवधि के लिए तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। उन्हें श्रीलंका के खिलाफ एक बहु-दिवसीय खेल खेलने के लिए वर्तमान भारत ‘ए’ टीम से हटा दिया गया है।”
रिंकू, जो बाए हाथ के बल्लेबाज रहै उन्होने प्रथम-श्रेणी क्रिकेट में 2016 में अपना डेब्यू किया था और उसके दो साल बाद लिस्ट-ए क्रिकेट में। अब तक उन्होने 19 फर्स्ट-क्लास मैच 1600 रन बनाए है जिसमें 5 शतक शामिल है। वही 24 लिस्ट ए मैचो में रिंकू ने 43 की औसत से 775 रन बनाए है। उन्होने 47 टी-20 मैच भी खेले है जिसमें 140 के स्ट्राइक रेट से रन बनाए है। उन्होने अबतक 9 आईपीएल मैच खेले है और आईपीएल में आद्रे रसेल से पहले बल्लेबाजी करने आते है।