ब्रिटिश तेल कंपनी ‘बीपी’ और भारत की रिलायंस इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड (आरआईएल) अब भारत में साथ मिलकर 2 हज़ार पेट्रोल पंप खोलने की योजना बना रहे हैं। इन दोनों ही कंपनियों के अनुसार इस काम को पूरा करने की समय सीमा को 3 साल रखा गया है।
सूत्रों के अनुसार इस योजना के विकास का खाका अगले 2 महीनों में तय कर लिया जाएगा।
मालूम हो कि रिलायंस देश में पहले से ही 1,343 पेट्रोल पंप का संचालन कर रही है, जबकि बीपी को वर्ष 2016 में ही सरकार द्वारा 3,500 पेट्रोल पंप खोलने का लक्ष्य मिला था।
भारत जैसे विशाल देश में ईंधन की अधिक खपत होना लाज़मी है, इसी के चलते भारत में ईंधन से जुड़े उपक्रमों की शुरुआत करने लिए विश्व की सभी संबन्धित कंपनियां उत्सुक रहती हैं। देश में पेट्रोल-डीजल की सर्वाधिक बिक्री अभी सरकारी कंपनियों द्वारा ही की जा रही है।
इसके पहले ही बीपी रिलायंस के साथ मिलकर तेल व्यवसाय में हाथ आजमा चुकी है। वर्ष 2011 में बीपी ने रिलायंस के 21 तेल और गैस उत्पादन अनुबंधों में 30 प्रतिशत की हिस्सेदारी खरीद ली थी। उस समय यह डील 7.2 अरब डॉलर में हुई थी। मालूम हो कि बीपी लंदन स्थित कंपनी है।
इसी के साथ बीपी भारत में 2 हजार करोड़ का निवेश करेगी। इसके तहत वह तेल व गैस के क्षेत्र में भी हाथ आजमाएगी।
रिलायंस इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड की बात करें तो आरआईएल के पास देश में 5 हज़ार पेट्रोल पंप खोलने का लाइसेन्स है। इसी के चलते रिलायंस ईंधन बाज़ार में अपने वर्तमान के 6 प्रतिशत के शेयर को और बढ़ाकर दोगुना से भी अधिक करना चाहती है।
रिलायंस के पास 2005 में भारत के ईंधन बाज़ार में 12 प्रतिशत की हिस्सेदार थी, लेकिन सरकारी कंपनियों द्वारा सब्सिडी युक्त पेट्रोल-डीजल बेंचने पर रिलायंस को अपने कदम पीछे खिचने पड़े थे।