भारत की स्टार शटलर पीवी सिंधु ने हाल ही में जापान की नोजोमी ओकुहारा को हराकर बीडब्ल्यूएफ वर्ल्ड टूर फाइनल्स का फाइनल मुकाबला जीता था, जिसके बाद उन्होने इससे पहले पांच फाइनल मुकाबलो में मिली हार को भुला दिया है।
सिंधु ने मैच जीतन के बाद कहा ” कभी-कभी में आखिरी फाइनल मुकाबले के बारे में सोचती हूं, लेकिन फिर मैं सोचती हूं इसके बारे में नही सोचना चाहिए,” बीडब्ल्यूएफ का फाइनल मुकाबला जितने के बाद उन्होने कहा मैं इस बड़े खिताब को जितने के बाद बहुत खुश हूं। आगे सिंधु ने कहा ” यह मैरा पहला गोल्ड मेडल है जिसके बाद मैं बहुत भावुक हो गई थी,” उन्होने कहा मैने जीत के बाद उन पलो को याद किया। ” आमतौर पर हम जीत का जश्न बनाने के लिए कैसे चिल्लाते है, लेकिन मेरे मन में कुछ ऐसा नही था और मैंने कुछ नही किया। मैंने इस जीत के बाद ओकुहारा से हाथ भी नही मिलाया था फिर अंपायर ने कहा कि ‘सिंधु यह हाथ मिलाने का वक्त है।’ उसके बाद ओकुहारा ने मेरे पक्ष में आकर मेरे से हाथ मिलाया। उस समय मेरे आंखो में सिर्फ आंसु थे, मुझे इस जीत की बहुत जरुरत थी और मैं ऐसा करने में कामयाब हुई।”
"I am the winner. No one can say I don’t win in finals, I have won the gold and this win is really special to me."
Watch the Rio 2⃣0⃣1⃣6⃣🥈medalist @Pvsindhu1 speak on her #BWFWorldTourFinals win#IndiaontheRise #badminton pic.twitter.com/nXIkMMTETf
— BAI Media (@BAI_Media) December 16, 2018
सिंधु ने फाइनल मुकाबले के लिए कोई रणनीति नही बनाई थी। ” उस समय कोई रणनीति नही बनायी थी क्योकि मैं जब नोजोमी और यामागुची के खिलाफ खेलते हूं तो मैं एक बड़ा मैच खेलने के लिए तैयार रहती हूं, और शटल को ज्यादा से ज्यादा कोर्ट के अंदर रखने की कौशिश करती हूं।”
भारत की इस स्टार शटलर ने कहा धैर्य इस मैच में मेरे लिए ज्यादा मायने रखता था। ” उन्होने कहा मैंने मैच में लीड बना रखी थी फिर भी मैंने अच्छे शार्टस खेलने जारी रखे, अगर उस समय अपना धैर्य खो बैठती और घबरा जाती, तो वह यह मैच मुझसे जीत जाती।यह मेरे लिए आसान नही था।” उन्होने कहा कि 2019 के ओलंपिक योग्यता वर्ष में, वह अागे फिट रहने और कौनसे टूर्नामेंट में भाग लेना है उनके बारे में सोचेंगी। इस साल कई बार खिताब हाथ से निकल जाने के बाद सिंधु को बैडमिंटन रैंकिंग में बहुत नुकसान हुआ है, लेकिन उन्होने कहा अगले साल वह इसमे सुधार करेगी।
कोच पुलेला गोपीचंद ने सिंधु की प्रशंसा की और कहा ” उनको इस जीत के लिए बधाई देता हूं इसलिए नहीं कि वो फाइनल जीती है इसलिए कि उन्होने बहुत अच्छे खिलाड़ियो को इस टूर्नामेंट में मात दी है। “एक हफ्ते के अंदर उन्होनें सभी विशेष खिलाड़ियो को मात दी है।” उन्होने इस साल का अंत बहुत अच्छी जीत के साथ किया है।