देश की सेना को लेकरर बयानबाजी थमने का नाम नहीं ले रही है। कोई सेना प्रमुख को सड़क का गुंडा बता रहा है तो कोई सेना को बलात्कारी कहकर अपमानित कर रहा है हालात यह है कि इस तरह के बयान किसी एक पार्टी या राजनेताओं द्वारा नहीं बल्कि सभी पार्टी और राजनेताओं द्वारा आ रहें हैं।
सेना पर एक बयान देकर उत्तर प्रदेश के रामपुर से भाजपा सांसद नेपाल सिंह ने विवादों को हवा दे दिया है। देश की सेना पर उनका बयान इतना विवादित था कि वो पलक झपकते ही मीडिया के ब्रेकिंग न्यूज़ बन गए। कुछ ही देर में लोगो ने उनके बयान का विरोध करना शुरू कर दिया।
दरअसल नेपाल सिंह ने सेना के बारे में कहा कि आर्मी का काम है मरना, आर्मी में है तो मरना तो तय ही है, जान तो जानी ही है, गांव के झगडे में भी कोई न कोई घायल हो जाता है। जब उनसे पूछा गया कि आर्मी वालों की मोत पर उनके क्या विचार है तो उन्होंने यह कह दिया कि “आर्मी वालों की मोत पर हम क्या कर सकते है, हां अगर आपके पास कोई तरकीब हो तो हमें बताए, कोई ऐसी मशीन हो तो हमें बताए जिससे गोली उन्हें ना लगे।”
विरोध के बाद लिया यु टर्न,बोले मीडिया ने मेरे बयान को गलत ढंग से दिखाया
नेपाल सिंह के बयान देते ही देश के कोने कोने से प्रतिक्रियाए आने लगी। लोगों ने उन्हें फेसबुक और ट्वीटर पर ट्रोल करना शुरू कर दिया। जनविरोध बढ़ा तो नेपाल सिंह ने तुरंत अपने बयान से यु टर्न ले लिया। उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि ” मैंने सिर्फ इतना कहा था कि वैज्ञानिक लगे हुए है कि कोई ऐसा तरीका ढूंढा जाए जिससे सैनिकों को दुश्मन की गोली ना लगे और वो सुरक्षित रहे।”
"Maine ye bola tha ki vaigyanik lage hue hain aur koi device dhoondh rahe hain ki koi goli aaye to lage nahin, sipaahi ka protection ho jaaye" says BJP MP Nepal Singh on his earlier statement pic.twitter.com/b0n4HewRs7
— ANI (@ANI) January 2, 2018
सेना की अपमान वाले बयान पर उन्होंने मीडिया पर दोष लगाते हुए कहा कि “मुझे दुख है , माफ़ी मांगता हु लेकिन मैंने सेना का कोई अपमान नहीं किया है और ना ही सेना के खिलाफ कोई बयान दिया है मीडिया मेरे बयान को गलत ढंग से दिखा रही है।”
Maine sena ke koi apmaan ki baat nahin ki. Mujhe dukh hai, maafi maangta hoon par maine aisa kuch kaha nahin: BJP MP Nepal Singh on his earlier statement pic.twitter.com/UWqnLOQqgg
— ANI (@ANI) January 2, 2018
सेना पर पहले भी कई राजनेताओं ने दिए हैं अपमानजनक बयान
सेना पर ऐसे बेतुके बयान पहली बार नहीं आये है। पहले भी कई राजेनता इस तरह के बयान दे चुके है। वरिष्ठ कांग्रेसी नेता और दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित ने इससे पहले सेना प्रमुख के बारे में कहा था कि “हमारे सेना प्रमुख का व्यवहार सड़क छाप गुंडे जैसा है” तो वहीं यूपी के सपा नेता और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी सेना पर दिए अपने विवाद के कारण चर्चा में आ चुके है।
अखिलेश ने मोदी को निशाना बनाने के चक्कर में बड़ा ही बेतुका सवाल कर दिया था। अखिलेश ने कहा कि देश के हर राज्य से सेना के जवान शहीद हुए है पर गुजरात से कौन शहीद हुआ है? समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान तो सेना को बलात्कारी तक कह चुके है।