पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भारत के सत्ताधारी दल भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि भारत की सत्तासीन सरकार मुस्लिम विरोधी है। एक इंटरव्यू में पाकिस्तानी प्रमुख ने कहा कि भारत में सत्तासीन सरकार का दृष्टिकोण मुस्लिम विरोधी और पाकिस्तान विरोधी है।
इमरान खान ने कहा कि भारतीय समकक्षी का नकारात्मक रुख आम चुनावों के कारण है, जो साल 2019 में आयोजित होने हैं। उन्होंने कहा कि भारत अभी चुनाव के मुहाने पर है इसलिए उन्होंने मेरे पहल को अस्वीकार कर दिया था। इमरान खान ने मुंबई हमलो के बाबत कहा था कि वह हमलावरों के खिलाफ कार्रवाई करना चाहते हैं, 26/11 एक आतंकवादी वारदात थी।
इमरान खान को भारत से सकारात्मक रुख की उम्मीद
पाकिस्तानी नेता ने कहा कि सिख समुदाय ने इस प्रयास की प्रशंसा की है। उन्होंने कहा कि सिखों को यह गुरुद्वारा, हमारे लिए मदीना जितना ही है। उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि भारत सकारात्मक रुख अख्तियार करेगा।
उन्होंने कहा कि सरकार ने करतारपुर गलियारे को सिख श्रद्धालुओं की आस्था के लिए खोला है। उन्होंने कहा कि भारत में चुनाव संपन्न होने के बाद भारत के साथ बातचीत की जाएगी।
इमरान खान की क्यों है भाजपा से नाराजगी ?
भाजपा सदैव ही पाकिस्तान की मुखर आलोचक रही है। भारत में अभी सत्तधारी सरकार भाजपा है जिसकी कमान पीएम नरेद्र मोदी के हाथों में हैं। हाल ही संयुक्त राष्ट्र से इतर भारत और पाकिस्तान के विदेश मंत्रियों की तय बैठक के लिए भारत ने इनकार कर दिया था। इमरान खान ने ट्वीट कर इसे निराशाजनक बताया था।
उन्होंने भारत के निर्णय को अभिमानी बताया था। उन्होंने कहा था कि मेरी बातचीत की पहल का भारत की तरफ से नकारात्मक और अभिमानी रुख काफी निराशाजनक है। उन्होंने कहा कि छोटे लोगों ने बड़े गफ्तर हथिया रखे हैं, जिनकी दूरदृष्टिता बेहद कमजोर है।