Sat. Nov 23rd, 2024
    बीएसएनएल का नया प्लान

    हाल ही में बीएसएनएल ने अपने 399 रूपए के प्लान में संशोधन किया है एवं इससे ग्राहकों को मिलने वाले लाभों को बधा दिया है। शुरुआत में बीएसएनएल 399 रूपए के प्रीपेड प्लान द्प्प्सरे प्रदाताओं से टक्कर करने के लिए लिंच किया था लेकिन अब बीएसएनएल ने इसमें संशोधन करके इन्टरनेट डाटा की मात्र बाधा दी है।

    बीएसएनएल 399 रूपए का प्रीपेड प्लान :

    बीएसएनएल का 399 रूपए का प्रीपेड प्लान अभी तक ग्राहकों को निम्न लाभ दे रहा था। इस प्लान की वैद्यता 74 दिन थी एवं रोज़ ग्राहकों को 1 GB इन्टरनेट मिल रहा था। यह प्लान 26 अगस्त 2018, रक्षाबंधन के दिन लांच किया गया था।

    हालांकि, इस विशेष टैरिफ वाउचर का एक और फायदा है जो बीएसएनएल द्वारा पेश की जा रही अन्य योजनाओं से अलग है। इस एसटीवी में असीमित कॉलिंग लाभों के तहत, ग्राहक दिल्ली और मुंबई में स्थित अन्य उपयोगकर्ताओं को कॉल करने में सक्षम होंगे, कुछ ऐसा जो बीएसएनएल की अन्य योजनाएं या एसटीवी प्रदान नहीं करते हैं।

    अभी तक इस प्लान के अंतर्गत ग्राहकों को नियमित 1GB इन्टरनेट डाटा मिल रहा था लेकिन अब 31 जनवरी 2019 तक ग्राहकों को यह प्लान रोज़ 3.21 GB दे रहा है। इसकी वैद्यता 74 दिनों की ही रखी गयी है।

    बीएसएनएल के इस प्लान में क्या है ख़ास :

    बीएसएनएल के इस प्लान के बारे में दो ख़ास बातें हैं जो इसे दुसरे प्लानों से अलग बनाती हैं।  पहले तो इसके द्वारा ऑफर की जा रही इंटरनेट डाटा की मात्रा है जोकि 1 GB प्रतिदिन से बढ़कर 3.21 GB हो गयी है। इसके बाद दूसरी बात यह है की यह दिल्ली एवं मुंबई सर्किल में भी असीमित कालिंग की सुविधा प्रदान कर रहा है। ऐसा कई प्लान नहीं करते हैं। अतः बीएसएनएल की तरफ से यह एक विशेष प्लान है।

    जिओ का 399 रूपए का प्रीपेड प्लान :

    बीएसएनएल के 399 रूपए के प्लान की ही प्रतिस्पर्धा का जिओ का भी प्लान है जोकि 399 रूपए में ही सेवा प्रदान कर रहा है। रिलायंस जिओ द्वारा यह प्रीपेड रिचार्ज अपने ग्राहकों को एक बंडल ऑफर के रूप में असीमित डेटा, कॉलिंग और एसएमएस लाभ प्रदान कर रहा है। हालांकि इस प्लान में नियमित 1.5 GB डाटा मिलता है लेकिन इस प्लान की वैद्यता 84 दिन की होती है।

    By विकास सिंह

    विकास नें वाणिज्य में स्नातक किया है और उन्हें भाषा और खेल-कूद में काफी शौक है. दा इंडियन वायर के लिए विकास हिंदी व्याकरण एवं अन्य भाषाओं के बारे में लिख रहे हैं.

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *