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    बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी धरना

    27 सितम्बर : 10:00

    बीएचयू में पिछले पांच दिनों से हो रहा हंगामा थमने का नाम नहीं ले रहा है। इसके चलते कॉलेज में मुख्य अनुशासन प्रबंधकर्ता ओ एन सिंह ने सभी घटनाओं की जिम्मेदारी लेते हुए अपने इस्तीफे की पेशकश की है।

    26 सितम्बर – 12:00

    बीएचयू विवाद में अब राजनीति भी उभर के सामने आ रही है। वाईस चांसलर त्रिपाठी ने इस विवाद को विपक्षी दलों की करतूत बतायी है। इसके जवाब में कांग्रेस के नेताओं ने वाईस-चांसलर को इस्तीफा देने को कहा है।

    भाजपा में भी इस विवाद के कारण खलबली मची हुई है। कल प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह ने योगी आदित्यनाथ से इसपर कार्यवाई करने को कहा था। आज मानव संसाधन मंत्रालय ने वाईस-चांसलर को दिल्ली बुलाया है।

    देश के सबसे बड़े शिक्षा संस्थानों में शुमार दिल्ली की बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी में पिछले तीन दिनों से बवाल मचा हुआ है। कॉलेज की एक छात्रा को दो गुंडों द्वारा शारीरिक शोषण के बाद छात्रों और छात्रों ने मिलकर यूनिवर्सिटी के मेन गेट पर जाम लगा दिया है।

    जानकारी के मुताबिक गुरुवार को शाम को एक छात्रा के हॉस्टल लौटते समय दो बाइक सवार गुंडों ने शारीरिक रूप से उन्हें परेशान करने की कोशिश की। इसके बाद दोनों गुंडे वहां से भाग खड़े हुए। छात्रा ने मदद के लिए वहां मौजूद सुरक्षाकर्मी को आवाज लगायी, लेकिन उन्होंने कोई प्रतिक्रिया नहीं की। छात्रा के मुताबिक बाद में सुरक्षाकर्मियों ने छात्रा को ही इसका जिम्मेदार ठहरा दिया।

    इस घटना के बाद पीड़िता और उसके कुछ सहयोगी छात्राओं ने गुंडों के खिलाफ कार्यवाई करने की मांग के लिए यूनिवर्सिटी के मेन गेट पर धरना शुरू कर दिया। थोड़ी ही देर में कॉलेज के छात्रों ने भी उनका साथ देना शुरू कर दिया। छात्रों के मुताबिक बीएचयू के वाईस चांसलर गिरीश चंद्र त्रिपाठी को धरना स्थल पर आकर गुंडों के खिलाफ कार्यवाई करने का आश्वासन देना चाहिए।

    धरना दे रहे छात्रों के मुताबिक यूनिवर्सिटी में पिछले कुछ महीनों से कानूनन व्यवस्था बुरी तरह से बिगड़ी हुई है। छात्राओं के साथ लगातार शारीरिक शोषण हो रहा है। छात्रों के हॉस्टल में लगातार छात्रों को पीटने की घटनाएं सामने आ रही हैं। इसके अलावा यूनिवर्सिटी के अध्यापकों को भी धमकी भरे सन्देश मिल रहे हैं। छात्रों का मानना है कि यूनिवर्सिटी के अधिकारी इसके प्रति गंभीर नहीं हैं और कोई कार्यवाई नहीं की जा रही है।

    छात्रों ने शुक्रवार से ही यूनिवर्सिटी के लंका गेट पर धरना शुरू कर दिया था। शनिवार रात को स्थिति ज्यादा गंभीर होने से प्रशासन ने पुलिस की मदद ली। पुलिस ने छात्रों और छात्राओं पर लाठी से हमला करते हुए उन्हें वहां से हटाने की कोशिश की। इस दौरान कई छात्राओं को सिर पर गंभीर चोटें आयी।

    मीडिया से बात करते हुए एक छात्र ने बताया कि छात्र लगातार मांग कर रहे हैं कि यूनिवर्सिटी के वाईस चांसलर वहां आकर गुंडों के खिलाफ कार्यवाई करने का आश्वासन दें। इसपर भी यूनिवर्सिटी के प्रशासन का कोई जवाब अभी तक नहीं आया है।

    इसपर वाईस चांसलर त्रिपाठी ने कहा है कि उनके पास अभी तक छात्रों द्वारा लिखित में कोई शिकायत नहीं आयी है। उन्होंने कहा, ‘मैं सुबह से लिखित शिकायत की मांग कर रहा हूँ लेकिन अभी तक मुझे कुछ नहीं मिला है। हम कार्यवाई करने के लिए तैयार हैं, लेकिन छात्रों को हमारे पास आना चाहिए। रोड पर यूँ धरना देना सही नहीं है।’

    इसके साथ ही यूनिवर्सिटी के प्रशासन ने छात्रों की इस कार्यवाई के पीछे राजनीति होने की भी बात कही है। जाहिर है इस समय प्रधानमंत्री मोदी बनारस के दौरे पर हैं, ऐसे में प्रशासन का मानना है कि विपक्षी दलों का इसमें हाथ हो सकता है।

    खबर मिलने तक छात्रों का कहना था कि उन्होंने वाईस चांसलर को लिखित शिकायत भेज दी है और जब तक इस पर कार्यवाई नहीं होती है, धरना जारी रहेगा।

    अभी जानकर के मुताबिक पुलिस ने लगभग 1000 छात्रों के खिलाफ मुक़दमा दर्ज कर लिया है। इसके साथ ही पुलिस लगातार लाठियां बरसाते हुए छात्रों को वहां से हटाने की कोशिश कर रही है।

    ताजा जानकारी के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने इस मामले में योगी आदित्यनाथ से बात की है। योगी आदित्यनाथ ने यूनिवर्सिटी प्रशासन को जरूरी कदम उठाने को कहा है।

    By पंकज सिंह चौहान

    पंकज दा इंडियन वायर के मुख्य संपादक हैं। वे राजनीति, व्यापार समेत कई क्षेत्रों के बारे में लिखते हैं।