नागरिकता संशोधन विधेयक के विरोध में बुधवार को बिहार की राजधानी पटना में विपक्ष सड़क पर उतरा, परंतु अलग-अलग। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता और कार्यकर्ता जहां तेजस्वी यादव के नेतृत्व में धरने पर बैठे, वहीं कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा के नेतृत्व में प्रदर्शन किया। कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने संसद में पेश नागरिकता संशोधन विधेयक के विरोध में पटना के गांधी प्रतिमा से लेकर कारगिल चौक तक प्रदर्शन किया। इसमें बिहार कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा, कांग्रेस नेता प्रेमचंद मिश्रा सहित कई कांग्रेसी शामिल हुए। इस दौरान कांग्रेस नेता लगातार केंद्र सरकार के विरोध में नारेबाजी करते रहे।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि नागरिकता संशोधन विधेयक के बहाने सरकार देश में गरीबी, बेरोजगारी, महंगाई, शिक्षा जैसे तमाम समस्याओं से ध्यान भटका रही है। उन्होंने कहा कि यह विधेयक संविधान के विरोध में है।
कांग्रेस नेता और बिहार विधान पार्षद प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा कि भले ही सदन में सरकार इस विधयेक को अंकगणित के आधार पर पास करवा ले, परंतु कांग्रेस इसका विरोध सड़कों पर भी करेगी। उन्होंने इस विधयेक को जन अदालत में ले जाने की बात करते हुए कहा कि यह विधेयक देश के लिए खतरा है, और देश की नागरिकता के लिए खतरा है।
नागरिकता संशोधन विधेयक के विरोध में राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता भी सड़क पर उतरे। इस दौरान राजद कार्यकर्ता धरने पर बैठे और प्रदर्शन किया।
पटना में जेपी गोलंबर के पास तेजस्वी प्रसाद यादव के नेतृत्व में राजद के कार्यकर्ताओं, नेताओं ने धरना दिया और केंद्र की ओर से संसद में पेश नागरिकता संशोधन विधेयक को लेकर हंगामा किया।
धरना स्थल पर राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह और तेज प्रताप यादव सहित कई नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे।
इस मौके पर तेजस्वी यादव ने केंद्र और बिहार सरकार पर निशाना साधा और कहा कि केंद्र सरकार संविधान की धज्जियां उड़ा रही है। उन्होंने कहा कि धर्म और जाति के आधार पर नागरिकता संशोधन विधेयक है।
यादव ने जद (यू) पर निशाना साधते हुए कहा कि जद (यू) के कुछ नेता लोकसभा में इस विधेयक के पास होने के एक दिन बाद इस पर सवाल उठा रहे हैं। यह सब उनके नाटक का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि जद (यू) में किसी को भी नीतीश कुमार के खिलाफ जाने की हिम्मत नहीं है। उन्होंने सत्ता में बने रहने के लिए विधेयक का समर्थन करके समझौता किया है।
उन्होंने नीतीश कुमार पर संघी (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का सदस्य) होने का आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र एक समुदाय को ‘टारगेट’ कर रही है। तेजस्वी ने नागरिकता संशोधन विधेयक को देश तोड़ने वाला कानून बताया है।
तेजस्वी ने कहा, “आज लोहिया और गांधी जी की आत्मा रो रही होगी। देश की जनता आक्रोशित है और जद (यू) सिर्फ और सिर्फ ड्रामा कर रही है।”