बिहार सरकार राज्य के छोटे पर्यटन स्थलों को विकसित करने की योजना बना रही है। इसके तहत ग्रामीण पर्यटक स्थलों (विलेज टूरिज्म) को बढ़ावा दिया जाएगा। पर्यटन विभाग के एक अधिकारी ने बताया, “बिहार में देश-विदेश के पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए विभाग ने रोड मैप तैयार किया है, जिसमें छोटे पर्यटन स्थलों को विकसित करने की योजना बनाई गई है। ऐसे पर्यटक स्थलों को इंटरनेट से जोड़ा जाएगा, जिससे दूरदराज के लोग भी उसके विषय में जान सकेंगे।”
अधिकारी ने कहा, “मिथिला क्षेत्र के कई गांवों में मधुबनी पेंटिग होती है, जिसे देखने के लिए पर्यटक उत्सुक रहते हैं। जो देश-विदेश के पर्यटक इसके बारे में जानते हैं, वे तो वहां पहुंचते हैं, मगर अन्य लोग इसके विषय में जान ही नहीं पाते।”
उन्होंने बताया कि ऐसे ही कई ऐतिहासिक और पौराणिक मंदिर यहां हैं। विभाग ने पर्यटकों की सुरक्षा व्यवस्था को और भी बेहतर करने की योजना बनाई है। ऐसे पर्यटन स्थलों तक आने-जाने के लिए सड़कों को भी बेहतर किया जाएगा। उन्होंने बताया कि धार्मिक और पर्यटन स्थलों तक पहुंचने में परेशानी न हो, इसका भी खास ख्याल रखा जाएगा।
पर्यटन विभाग का मानना है कि इस रोड मैप की स्वीकृति के बाद इस साल मार्च से इसके लागू करने की संभावना है। विभाग पर्यटन को बढ़ावा देने और पर्यटकों को राज्य की संस्कृति व पौराणिक कथाओं से परिचित कराने के लिए अलग से तैयारी कर रहा है। इसके लिए मंदिर परिसर में पर्यटकों को ठहराने की व्यवस्था भी की जाएगी।
विभाग ने सभी जिलाधिकारियों से ऐसे स्थानों की पहचान कर रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए हैं।