बिहार के पूर्वी चंपारण के रक्सौल से आव्रजन कार्यालय के अधिकारियों द्वारा पकड़ा गया विदेशी नागरिक पिछले 11 सालों से भारत में रह रहा था। उक्त विदेशी नागरिक बौद्ध भिक्षु के वेश में था और नेपाल जा रहा था। पुलिस पकड़े गए व्यक्ति से पूछताछ कर रही है।
आव्रजन विभाग के एक अधिकारी ने सोमवार को बताया कि अधिकारियों ने रविवार को भारत-नेपाल मैत्री बस सेवा की जांच की। इस दौरान बगैर भारतीय वीजा संन्यासी के वेश में ईरान के एक नागरिक अहमद के पुत्र हेमेड अकबरी (40) को संदेह के आधार पर पकड़ा गया है। यह खुद को तेहरान का रहने वाला बता रहा है।
रक्सौल के सहायक आव्रजन अधिकारी प्रेम कुमार सिंह ने बताया कि पूछताछ के दौरान उसने बताया कि वह फिलहाल बोधगया में रह रहा था। उन्होंने बताया कि विदेशी नागरिक के पास से ईरानी पासपोर्ट बरामद किया गया है। उस पर जारी करने की तिथि 22 जून, 2018 और उसकी समाप्ति 22 जून, 2023 अंकित है।
उसके पास से संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी उच्चायुक्त (यूएनएचसीआर) का कार्ड भी मिला है, जिसकी वैधता 13 जून, 2020 है। उस पर पता लेवल-2 नंबर-20, सोनबोल-2, गली-अमीर कबीर, ब्यूलवर्ड, वारैंन शहर राजाकरन केराज, तेहरान, ईरान लिखा हुआ है।
उन्होंने बताया कि खुफिया एजेंसी के अधिकारी भी गिरफ्तार विदेशी नागरिक से पूछताछ कर रहे हैं। पूछताछ के दौरान उसने स्वीकार किया है कि वह 11 सालों से भारत में रह रहा है।