बिहार विधानसभा शीतकालीन सत्र का तीसरा दिन भी हंगामे के बीच शुरू हुआ। सदन में जहाँ भ्रष्टाचार और घोटाले के मुद्दे पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के बीच तीखी बहस हुई। तो वहीं विपक्ष के सदस्यों ने नारेबाजी कर कानून व्यवस्था पर सवाल उठाये और जमकर नारेबाजी की।
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी ने घोटालो को लेकर सवाल उठाया तो सुशील मोदी ने जवाब देते हुए कहा कि घोटाला करने वाला अगर पाताल में भी बैठा हो तो हम उसको धुंध निकालेंगे और कड़ी सजा दिलवाएंगे। मोदी ने कहा कि इस मामले में दोषी कोई भी हो किसी को बचने का सवाल ही नहीं उठता। उपमुख्यमंत्री ने तेजस्वी के हर सवाल का जवाब उन्ही के अंदाज में दिए।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि घोटाले तो आये दिन हो रहे है, क्या कार्यवाई हो रही है। आप लोगो ने ही कहा था कि अब विकास की रफ़्तार में डबल इंजन जुड़ गया है अब विकास तेजी से होगा। तो आप ही बताइये डबल इंजन विकास के पहिये को तेज करने के लिए लगाया है या घोटाले को बढ़ावा देने के लिए।
आपको बता दे कि शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन कई विधेयक पेश किये जाने है। जिसपर हंगामे के बीच चर्चा जारी रही। विपक्षी सदस्य सरकार को सवालो के कटघरे में खड़ा करना चाहती है। विपक्ष की तरफ से सदन में कानून को लेकर कार्यस्थगन प्रस्ताव लगाया गया है। जिसके कारण किसी विधेयक पर पूर्ण रूप से चर्चा नहीं हो पा रही है। कानून वाले मुद्दे पर विपक्ष का घेराव करते हुए श्याम रजक और उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा कि राजद को यह अधिकार नहीं है कि वह कानून व्यवस्था पर ऊँगली उठाये।
श्याम रजक ने कहा कि वर्तमान सरकार में जनता अपने आप को बहुत सुरक्षित महसूस कर रही है। पहले कभी नहीं करती थी। आज से 15 बर्ष पहले जो स्थिति थी उससे जनता को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। लेकिन अब जनता जागरूक हो गई है, और अच्छे बुरे में फर्क समझने लगी है। रजक ने कहा कि जिन लोगो के पेट में दर्द होता है उन्हें अपने गिरेबां में झक कर देख लेना चाहिए।
वहीं बीजेपी के नेता नंदकिशोर यादव ने कहा कि राजद के ऐसे कथन हास्यपद है। इसपर ज्यादा जोर देने की कोई जरुरत नहीं है। उन्होंने कहा कि राजद अपने कार्यकाल में बिहार को तबाह बर्बाद किया, अपराधियों को बढ़ावा दिया। आज इस बात पर उन्हें कोई नैतिक अधिकार नहीं है की राजद कानून व्यवस्था पर सवाल करे।