बिहार में सत्तारूढ़ जनता दल (यूनाइटेड) ने शुक्रवार को चुनाव आयोग को पत्र लिखकर जेल में बंद राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद पर कई आरोप लगाए और उनके खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।
जद (यू) के प्रवक्ता नीरज कुमार ने मुख्य निर्वाचन आयुक्त को पत्र लिखकर कहा कि जेल में रहते हुए लालू प्रसाद ने जेल नियमों का उल्लंघन किया है। पत्र में लिखा गया है कि लालू प्रसाद भ्रष्टाचार के मामले में रांची के होटवार जेल में बंद है और स्वास्थ्य कारणों से रिम्स, रांची के पेइंग वार्ड में इलाजरत हैं।
पत्र के अनुसार, कुमार ने कहा कि जेल मैनुअल में स्पष्ट है कि इन्हें केवल परिजनों से मिलना है। लालू से मिलने के लिए सप्ताह में केवल एक दिन (शनिवार) निश्चित है, जिसके लिए अदालत से आदेश लेना पड़ता है।
जद (यू) नेता ने कहा, “लालू एक पार्टी के अध्यक्ष भी हैं और लोकसभा चुनाव में अपने हस्ताक्षर से ही टिकट भी बांटे हैं। क्या टिकट बांटने में उन्होंने हस्ताक्षर करने के लिए अदालत से आदेश लिया था? अगर नहीं तो उनके द्वारा बांटे गए टिकट पर चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों के नामांकन को अवैध घोषित किया जाना चाहिए।”
उन्होंने चुनाव आयोग से यथोचित कार्रवाई करने की मांग करते हुए कहा कि नियम है कि जेल में बंद व्यक्ति को राजनीतिक बातें नहीं करनी है, परंतु लालू प्रसाद का केवल राजनीतिक हस्तियों से मिलना स्पष्ट करता है कि राजनीतिक उद्देश्य से ही ऐसे लोगों से मुलाकात किया गया है।
विधान पार्षद नीरज ने पत्र में कहा, “लालू प्रसाद विभिन्न धाराओं में दोषी पाए गए हैं। वे अपराधिक मामले में दोषसिद्घ अपराधी हैं, ना कि किसी जन आंदोलन के नेता हैं। लालू प्रसाद लगातार सोशल मीडिया पर भी अपने विचार रखते हैं, जिससे चुनाव प्रभावित किया जा रहा है।”
उन्होंने कहा कि अगर उनका ट्विटा हैंडल कोई दूसरा व्यक्ति चला रहा है, तो उन्हें यह भी बताना चाहिए कि वे अपना विचार जेल से किसे बता रहे हैं।
नीरज ने कहा कि चुनाव प्रभावित करने वाले सोशल साइटों पर दिए गए लालू प्रसाद के बयान गंभीर हैं, इस कारण आदर्श चुनाव आचार संहिता बनाए रखने के लिए कारगर कार्रवाई की जानी चाहिए।
उल्लेखनीय है कि लालू चारा घोटाला के कई मामलों में दोषी पाए जाने के बाद रांची की एक जेल में बंद हैं। स्वास्थ्य कारणों से वे इन दिनों रांची के रिम्स में भर्ती हैं।