पर्यावरण के प्रति लोगों में जागरूकता के लिए 19 जनवरी को बिहार में बनने वाली मानव श्रंखला की अंतिम तैयारी में अधिकारी जुटे हुए हैं। अधिकारियों ने लोगों से इस मानव श्रंखला में शामिल होने की अपील की है और दावा किया है कि इसमें लगभग चार करोड़ लोग शामिल होंगे।
अपराह्न 11.30 से 12 बजे तक बनने वाली यह मानव श्रंखला पर्यावरण के प्रति जागरूकता को प्रदर्शित करेगी। जल-जीवन-हरियाली अभियान के तहत बनने वाली इस मानव श्रंखला के 16,351 किलोमीटर लंबी होने की उम्मीद है।
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव आऱ क़े महाजन ने बताया कि “करीब 16,351 किमी लंबाई की मानव श्रंखला बनेगी, जिसमें 5,052 किमी मुख्य मार्ग की लंबाई होगी, और 11,299 किमी उपमार्ग की लंबाई होगी। दो हजार लोग प्रति किलोमीटर की दर से 4 करोड़ 27 लाख की संख्या होगी।”
उल्लेखनीय है कि इससे पहले बिहार में शराबबंदी को लेकर जनजागरूकता अभियान के तहत 21 जनवरी, 2017 को तथा 21 जनवरी, 2018 को दहेज और बाल विवाह के खिलाफ भी मानव श्रंखला बनाई गई थी।
19 जनवरी को बनने वाली राज्यव्यापी मानव श्रंखला के लिए पटना में गांधी मैदान में मानव श्रंखला के प्रस्थान बिन्दु होगी। गांधी मैदान से चारों दिशाओं में मानव श्रंखला का प्रस्थान होगा, जो एक दूसरे से जुड़ते हुए राज्य के सभी जिले आपस में श्रंखलाबद्घ होंगे। गांधी मैदान में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित कई मंत्री एक दूसरे के हाथ से हाथ थामे खड़ा रहेंगे।
सभी जिलाधिकारियों को यातायात के सुलभ संचालन के निर्देश दिए गए हैं। जिलाधिकारियों को मानव श्रंखला में भाग लेने से लेकर उनके सकुशल घर वापसी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। मानव श्रंखला के दौरान राज्यभर में सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध करने के निर्देश दिए गए हैंे।
रविवार का दिन होने के बावजूद स्कूल और सभी सरकारी कार्यालय खुले रहेंगे। कक्षा एक से चार के बच्चे स्कूल की चारदीवारी में ही मानव श्रंखला बनाएंगे। सड़कों के बाई ओर खड़ा होने के लिए ही स्थान को चिन्हित किया जा रहा है। प्रति किलोमीटर पर पेयजल की व्यवस्था होगी। मानव श्रंखला में अधिक से अधिक लोगों की भागीदारी हो, इसके लिये माइक्रो प्लानिंग की गई है। मानव श्रंखला के मुख्य मार्ग और उपमार्ग की जानकारी का प्रचार-प्रसार किया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि दो दिन पूर्व मुख्यमंत्री ने समीक्षा बैठक में कहा कि गरीब राज्य और इतनी घनी आबादी होने के बावजूद यहां मानव श्रंखला बनाना बड़ी बात है। पर्यावरण के प्रति यहां के लोगों की यह कोशिश है, जो बहुत बड़ी श्रंखला के रूप में दिखेगा। यह मानव श्रंखला पर्यावरण के लिहाज से बहुत बड़ा रिकॉर्ड होगा। उन्होंने कहा कि सभी जिलाधिकारी और अन्य पदाधिकारी एक-एक चीज का ठीक से आंकलन कर लें।