पटना, 7 जून (आईएएनएस)| बिहार में थानों के प्रबंधन की जिम्मेदारी अब थाना प्रबंधकों की होगी। सरकार राज्य के सभी थानों में थाना प्रबंधकों की बहाली करेगी। इसके अलावा थानों में अब कानून-व्यवस्था बनाए रखने और मामले के अनुसंधान की जिम्मेदारी अलग-अलग अधिकारियों की होगी।
बिहार में बढ़ते अपराध को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों और पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की और अधिकारियों को क्षेत्र में जाने का निर्देश दिया।
समीक्षा बैठक के बाद अपर मुख्य सचिव (गृह) आमिर सुबहानी ने पत्रकारों को बताया, “मुख्यमंत्री ने पुलिस गश्त पर विशेष जोर देते हुए उसे अच्छी तरह चलाने का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को क्षेत्र में जाकर खुद गश्त देखने के भी निर्देश दिए। पुलिस उपमहानिरीक्षक सप्ताह में तीन दिन, पुलिस अधीक्षक सप्ताह में चार दिन और पुलिस उपाधीक्षक सप्ताह में पांच दिन गश्ती क्षेत्र में रहेंगे और उसकी निगरानी करेंगे।”
मुख्यमंत्री ने पुलिस मैनुअल भी नए सिरे से बनाने के निर्देश दिए हैं।
बैठक के बाद पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा कि कानून-व्यवस्था को लेकर थाने से लेकर पुलिस मुख्यालय तक प्राथमिकता तय होगी। उन्होंने कहा कि बैठक में अनुसंधान को विधि व्यवस्था से अलग करने का निर्णय लिया गया है।
उन्होंने कहा, “थानों को सशक्त करने के लिए थानेदारों को ‘रेफरेंस कोर्स’ कराए जाने की बात कही गई है तथा थानों में थाना प्रबंधक तैनात किए जाएंगे।”
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि व्यवस्था को इस तरह विकसित करने की जरूरत है कि गड़बड़ एवं अपराध करने वाले पकड़ में आ सकें। मुख्यमंत्री ने सीसीटीवी को समय पर लगाए जाने के लक्ष्य पर काम करने के निर्देश दिए हैं।
बैठक में मुख्य सचिव दीपक कुमार, अपर मुख्य सचिव (गृह) आमिर सुबहानी, पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर पांडेय, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार सहित कई अधिकारी मौजूद रहे।