अपनी पत्नी के साथ तलाक को लेकर चर्चा में रहे बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव ने आखिरकार अपना नया घर पा लिया और वो भी अपने चाचा नीतीश कुमार की मदद से।
दरअसल तेज प्रताप यादव अपनी पत्नी ऐश्वर्या राय से तलाक के लिए कोर्ट में केस फ़ाइल करने के बाद महीने भर मथुरा वृन्दावन के चक्कर लगाते रहे। जब वो वापस पटना लौट कर सक्रीय राजनीति में आये तो माँ और बीवी से अलग रहने के लिए नए मकान की तलाश करने लगे। इसके लिए उन्होंने भवन निर्माण विभाग को चट्ठी लिखी और कई बार मीडिया में भी कहा कि उनकी मकान वाली चिट्ठी पर कोई सुनवाई नहीं हो रही है। उन्होंने आवास निर्माण मंत्री से भी मुलाक़ात की और कई चिट्ठियां लिखी।
लेकिन जब उन्हें अहसास हुआ चिट्ठी लिखने से मसला हल नहीं होगा तो शुभचिंतकों की सलाह पर उन्होंने अपने चाचा को फोन मिलाया। चाचा यानी बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, जिनके साथ महागठबंधन की सरकार में तेज प्रताप स्वास्थ्य मंत्री थे। तेजस्वी ने फोन लगा और कहा “चाचा, मुझे घर नहीं मिलेगा?”
नीतीश, लालू यादव के पारिवारिक पचड़े में नहीं पड़ना चाहते थे लेकिन उनके पास लालू यादव ने सन्देश भिजवाया कि तेज प्रताप को घर दे दिया जाए ताकि वो मंदिरों के चक्कर न लगाते फिरें और हो सकता है अलग रहने से पत्नी के साथ सुलह हो जाए।”
राजनितिक रिश्ते भले ही लालू यादव और नीतीश कुमार के ख़राब हो लेकिन पारिवारिक रिश्ते अच्छे हैं। लालू का सन्देश मिलते ही नीतीश ने भतीजे के लिए मकान आवंटित करवा दिया। 6 महीने पहले ही नीतीश ने तेज प्रताप की शादी में सम्मिलित होकर आशीर्वाद दिया था।
नीतीश के हस्तक्षेप के बाद तेज प्रताप को वो ही बँगला आवंटित किया गया जिसमे कुछ दिन के लिए नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफ़ा देने के बाद रहे थे।