बिहार की बेटी और राजस्थान कैडर की आईपीएस अधिकारी नीना सिंह देश के प्रमुख अर्धसैनिक बलों में से एक, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) की पहली महिला प्रमुख बनीं।
57 वर्षीय नीना सिंह अपने शानदार करियर में कई पहल पहल कर चुकी हैं। वह पहली महिला आईपीएस अधिकारी थीं जिन्होंने राजस्थान पुलिस में महानिदेशक का पद संभाला था। हार्वर्ड विश्वविद्यालय से स्नातक और जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर डिग्री धारक नीना सिंह ने हमेशा अपनी प्रतिभा और लगन से सभी को प्रभावित किया है।
मुख्य रूप से राजस्थान पुलिस में सेवा देने के बाद, नीना सिंह 2013 से 2018 तक केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुकी हैं। वहां उन्होंने शीना बोरा हत्याकांड जैसे कई हाई-प्रोफाइल मामलों की जांच में अहम भूमिका निभाई थी। उनके नेतृत्व में सीबीआई की स्पेशल क्राइम यूनिट ने कई जटिल मामलों को सुलझाया था।
2021 में सीआईएसएफ में अतिरिक्त महानिदेशक के रूप में शामिल होने के बाद नीना सिंह ने तेजी से तरक्की करते हुए विशेष महानिदेशक का पद संभाला। इसी साल अगस्त में जब पूर्व महानिदेशक शील वर्धन सिंह सेवानिवृत्त हुए तो नीना सिंह ने कार्यवाहक महानिदेशक के रूप में सीआईएसएफ का नेतृत्व संभाला।
उनके शानदार कार्यकाल को देखते हुए सरकार ने अब उन्हें स्थायी तौर पर सीआईएसएफ की महानिदेशक नियुक्त किया है। इससे न केवल सीआईएसएफ को एक कुशल नेता मिला है, बल्कि देश की अर्धसैनिक बलों में महिला सशक्तिकरण की दिशा में भी यह एक महत्वपूर्ण कदम है।
सीआईएसएफ देश के महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे, हवाई अड्डों, मेट्रो रेल और सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों की सुरक्षा का जिम्मा उठाता है। करीब 1.6 लाख जवानों वाली इस विशाल फोर्स का नेतृत्व अब पहली बार किसी महिला के हाथों में होगा। ऐसे में सभी की निगाहें नीना सिंह पर टिकी हुई हैं। उम्मीद है कि वह अपने अनुभव और क्षमता का इस्तेमाल करते हुए सीआईएसएफ को और मजबूत और प्रभावी बनाएंगी।
नीना सिंह की नियुक्ति न सिर्फ बिहार और राजस्थान के लोगों के लिए गर्व का विषय है, बल्कि पूरे देश की महिलाओं के लिए एक प्रेरणा की तरह है।