केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि लालू यादव के नेतृत्व वाली राजद और कांग्रेस के गठबंधन के साथ सरकार बनाकर नीतीश कुमार ने बिहार के लोगों के साथ विश्वासघात किया है। शुक्रवार को पूर्णिया के रंगभूमि मैदान में ‘जन भावना महासभा’ को संबोधित करते हुए शाह ने नीतीश कुमार पर कुर्सी के लिए राज्य के लोगों को धोखा देने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि, “नीतीश कुमार की कोई राजनीतिक विचारधारा नहीं हैं, उनकी बस एक ही नीति है- कैसे भी मेरी कुर्सी बची रहनी चाहिए।”
नीतीश कुमार की कोई राजनीतिक विचारधारा नहीं हैं, उनकी बस एक ही नीति है- कैसे भी मेरी कुर्सी बची रहनी चाहिए।
बिहार की जनता ने ठान लिया है कि यहाँ अब न लालू और न नीतीश का शासन चलेगा बिहार में सिर्फ मोदी जी का कमल खिलेगा। pic.twitter.com/7b5sGRVM94
— Amit Shah (@AmitShah) September 23, 2022
नीतीश कुमार और लालू यादव की आलोचना करते हुए शाह ने कहा कि वे स्वार्थ और सत्ता की राजनीति कर रहे हैं लेकिन भाजपा लोगों की सेवा और विकास के लिए काम करती है। उन्होंने कहा कि बिहार के लोगों ने नरेंद्र मोदी के नाम पर वोट किया लेकिन नीतीश कुमार ने जनादेश पर वार किया।
केंद्रीय गृह मंत्री शाह ने कहा कि क्या नीतीश कुमार राजनीतिक गठबंधन बदलकर पीएम बन सकते हैं। राजनीति में आने के बाद से उन्होंने कई लोगों को धोखा दिया है। शाह ने लालू प्रसाद को आगाह किया कि कल नीतीश कुमार उन्हें पीछे छोड़कर कांग्रेस की गोद में बैठ सकते हैं।
उन्होंने कहा कि, “भाजपा से आधी सीट आने के बाद भी मोदी जी ने बड़प्पन दिखाते हुए नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनाया लेकिन अब लोकसभा चुनाव नजदीक आते ही ये लालू और कांग्रेस की गोदी में बैठ गये। 2014 में भी इन्होंने यही किया था और इनकी 2 सीट रह गयी थीं अब 2024 के लोकसभा चुनाव में भी इनका सूपड़ा साफ होगा।”
भाजपा से आधी सीट आने के बाद भी मोदी जी ने बड़प्पन दिखाते हुए नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनाया लेकिन अब लोकसभा चुनाव नजदीक आते ही ये लालू और कांग्रेस की गोदी में बैठ गये।
2014 में भी इन्होंने यही किया था और इनकी 2सीट रह गयी थीं अब 2024 के लोकसभा चुनाव में भी इनका सूपड़ा साफ होगा। pic.twitter.com/Psha7hazOO
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उन्होंने कहा कि लालू-नीतीश की जोड़ी अब बेनकाब हो गई है। शाह ने कहा कि बिहार को विकास के लिए भाजपा की जरूरत है और लोगों से पार्टी को वोट देने का आह्वान किया।
शाह ने कहा, सीमावर्ती क्षेत्रों के सभी चार जिले भारत के अभिन्न अंग हैं और किसी को भी किसी से डरना नहीं चाहिए। उन्होंने कहा कि, “लालू-नीतीश की जोड़ी के कारण पूरे बिहार और विशेषकर सीमावर्ती जिलों में डर का माहौल है। मैं सीमांत क्षेत्र के लोगों से कहना चाहता हूँ कि आपको किसी से डरने की जरूरत नहीं है।”
शाह का शुक्रवार शाम में किशनगंज में सांसदों, विधायकों और भाजपा के पदाधिकारियों से मिलने का कार्यक्रम था। बाद में वह बिहार बीजेपी कोर कमेटी के साथ बिहार के राजनीतिक हालात पर चर्चा के लिए समीक्षा बैठक भी किये।
अगले दिन शनिवार को गृह मंत्री किशनगंज के एसएसबी कैंप में फतेहपुर, पेकटोला, बेरिया आमगाछी और रानीगंज में चार सीमा निरीक्षण चौकियों के भवन का उद्घाटन करेंगे। शाह जिले के बीएसएफ शिविर में सीमा सुरक्षा पर बीएसएफ, एसएसबी और आईटीबीपी के महानिदेशक के साथ समीक्षा बैठक करेंगे।