कांग्रेस ने पाकिस्तान के बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) के शिविर पर भारत द्वारा किए गए हवाई हमले में मारे गए आतंकवादियों की संख्या को लेकर विवाद को जन्म देने के लिए रविवार को केंद्र को जिम्मेदार ठहराया।
यहां मीडिया से बात करते हुए पूर्व केंद्रीय वित्तमंत्री व वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने कहा, “हवाई हमले के बाद कांग्रेस अध्यक्ष (राहुल गांधी) यह कहने वाले पहले शख्स थे कि मैं भारतीय वायुसेना को सलाम करता हूं, क्योंकि एक सैन्य प्रवक्ता ने बयान दिया था कि हवाई हमले में कोई नागरिक या सैनिक हताहत नहीं हुआ।”
उन्होंने कहा कि मामला वहीं खत्म हो जाना चाहिए था।
चिदंबरम ने कहा, “इस विवाद को कांग्रेस या विपक्ष ने शुरू नहीं किया। विवाद तब शुरू हुआ, जब सरकार में शामिल किसी व्यक्ति ने निजी तौर पर प्रेस को 300 या 350 आतंकवादियों के मारे जाने की बात कही और अगले दिन सभी समाचारपत्रों ने उस आंकड़े को प्रकाशित किया।”
बालाकोट में आतंकवादी शिविरों को निशाना बनाकर किए गए हवाई हमले की सफलता पर विपक्ष के सवाल उठाने को लेकर किए गए प्रश्न के जवाब में चिदंबरम की यह टिप्पणी सामने आई।
चिदंबरम ने कहा कि तब भी कांग्रेस ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। उन्होंने कहा, “विवाद उस समय शुरू हुआ, जब विदेशी प्रेस ने संख्या पर सवाल उठाना शुरू किया, न कि हवाई हमले पर।”
कांग्रेस नेता ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, “सरकार का जवाब क्या था? जवाब हमारा अपमान करना था, यह 350 से लेकर 0 तक था।
चिदंबरम ने कहा, “(केंद्रीय मंत्री एस.एस.) अहलूवालिया ने कहा कि हताहतों की संख्या 0 थी और सरकार में शामिल किसी ने कहा कि यह 350 है। इस विवाद को सरकार ने एक निजी ब्रीफिंग में शुरू किया। उन्होंने वह संख्या बताई जिस पर सबसे पहले विदेशी प्रेस ने सवाल उठाया था।”
उन्होंने कहा, “कांग्रेस ने हवाई हमले के लिए वायुसेना को सलाम किया था और बधाई दी थी।”
जम्मू एवं कश्मीर के पुलवामा में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के काफिले पर आत्मघाती बम हमले के 12 दिन बाद बालाकोट में हवाई हमले किए गए थे।
पुलवामा हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हुए थे। गंभीर रूप से घायल पांच जवानों ने बाद में मातृभूमि और दुनिया को अलविदा कह दिया था।