बीते दिन हुई बारिश के कारण दिल्ली का प्रदुषण स्तर गिर गया है मगर वायु गुणवत्ता अभी भी ‘बहुत खराब’ केटेगरी में ही दर्ज़ हुई है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड(CPCB) के डेटा के मुताबिक, वायु गुणवत्ता सूचकांक शहर में 338 तक दर्ज़ किया गया है।
पिछले दो हफ्तों से, दिल्ली की वायु गुणवत्ता लगातार ‘बहुत खराब’ और ‘गंभीर’ केटेगरी के बीच में ही घूम रही है। राजधानी के 31 क्षेत्रों में रविवार वाले दिन, वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ पर दर्ज़ की गयी जबकि दो क्षेत्रों में ‘खराब’ केटेगरी पर बनी रही।
आगे डेटा में कहा गया था कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र जैसे कि ग़ाज़ियाबाद, फरीदाबाद, गुडगाँव और नॉएडा में वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ तक दर्ज़ की गयी। मगर अधिकारियों ने बताया कि दिली की वायु गुणवत्ता में रविवार हुई बारिश के कारण सुधार देखने के लिए मिला है।
CPCB ने कहा कि दिल्ली में PM2.5 स्तर 184 तक दर्ज़ किया गया जबकि PM10 स्तर 274 तक रहा।
वायु गुणवत्ता और मौसम पूर्वानुमान की प्रणाली(सफ़र) ने कहा-“बारिश और हवा की गति के कारण हवा में मौजूद प्रदूषक धुल गए जिसके कारण वायु गुणवत्ता सूचकांक में सुधार देखने के लिए मिला। वायु गुणवत्ता दिन के समय में ज्यादा सुधर रही है क्योंकि मध्यम सतह हवा की गति इन प्रदूषकों को फ़ैलाने में सकारात्मक तरीके से काम कर रही है जो फ़िलहाल इस ठन्डे और कोहरे वाले मौसम में प्रदुषण को नियंत्रण में रखने का एकमात्र रास्ता है।”
हालांकि उन्होंने आगे ये भी बताया कि ये सब दो दिन से ज्यादा समय तक नहीं टिक पाएगा क्योंकि नमी बहुत ज्यादा है और तापमान के गिरने की पूरी संभावना है और ऐसा होने से सीमा परत नीचे आ जाएगी और प्रदूषकों को सतह के नीचे ही पकड़े रहेगी।
सफ़र ने आगे कहा-“वायु गुणवत्ता सूचकांक मंगलवार से धीर धीरे बढ़ने लगेगा मगर वे ‘बहुत खराब’ के ही केटेगरी में रहेगा।”