कोलकाता, 16 मई (आईएएनएस)| विपक्षी पार्टियों ने चुनाव आयोग के चुनाव प्रचार तय समय से 20 घंटा पहले समाप्त करने के निर्णय पर पश्चिम बंगाल में जहां राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ एकजुटता दिखाई है, वहीं भाजपा के सांसद बाबुल सुप्रियो ने गुरुवार को विपक्षी महागठबंधन को ‘महाठगबंधन’ करार दिया।
सुप्रियो ने ट्वीट कर कहा, “भारत के लोग ‘महाठगबंधन’ को कभी भी वोट नहीं देंगे क्योंकि ये लोग हमेशा खुद को राजनीति से ऊपर रखते हैं।”
चुनाव आयोग ने बंगाल में तय समय से पहले चुनाव प्रचार समाप्त करने का निर्णय वहां लगातार हो रही हिंसा के मद्देनजर किया है। यहां मंगलवार को कोलकाता में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के रोड शो के दौरान प्रसिद्ध समाज सुधारक फश्वर चंद विद्यासागर की प्रतिमा को तोड़ दिया गया था।
चुनाव आयोग पर समय पर कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाते हुए सुप्रियो ने ट्वीट कर कहा, “छह चरणों तक आयोग ने चुप्पी साधे रखा, जबकि लोकतंत्र और मानवता की ममता और उनकी सहयोगियों द्वारा हत्या होती रही।”
बनर्जी ने बुधवार को दावा किया था कि चुनाव आयोग ने भाजपा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह के इशारे पर यह निर्णय लिया है।
उन्होंने कहा, “चुनाव आयोग की भाजपा के इशारों पर पक्षपाती कार्रवाई लोकतंत्र पर सीधा हमला है। लोग उन्हें माकूल जवाब देंगे।”
बनर्जी के साथ एकजुटता दिखाते हुए बहुजन समाज पार्टी की नेता मायावती ने गुरुवार को कहा, “चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल में गुरुवार को 10 बजे रात के बाद चुनाव प्रचार पर रोक लगा दी है। लेकिन प्रधानमंत्री दो रैलियों को संबोधित कर रहे हैं(प्रतिबंध लागू होने से पहले)। यह दिखाता है कि आयोग भाजपा के दबाव में काम कर रहा है।”