डेरा प्रमुख बाबा राम रहीम सिंह के सजा मिलने के बाद बीजेपी का रुख बदलता नज़र आ रहा है। भाजपा के नेता अनिल जैन ने कहा कि बीजेपी ने बाबा का समर्थन नहीं किया। ना ही किसी दूसरी प्रकार से मदद की।
बीजेपी नेता अनिल जैन के इस बयान से लगता है हरियाणा के मंत्रियो और बीजेपी के अन्य नेताओ द्वारा बाबा के पक्ष मे दिए गए बयानों से बचने का सोच रहे है।
राम रहीम पर बीजेपी के नेता जिनमे साक्षी महाराज, राम विलास शर्मा, मनीष ग्रोवर और खुद अनिल जैन ने बयान दिए थे। जिससे बीजेपी बैकफुट पर जाती दिखाई दे रही थी, हालाँकि इन सब बयानों पर कोई ज्यादा कायम नहीं रहा, ना ही पार्टी ने इन बातों का समर्थन किया था।
हरियाणा के शिक्षामंत्री रामविलास शर्मा ने सजा मिलने से पहले कहा था कि डेरा भक्तों पर धारा 144 लागु नहीं होंगी। आगे उन्होंने कहा श्रद्धालु बहुत ही शांत है वे किसी भी प्रकार का माहौल बिगाड़ने के लिए इकट्ठा नहीं हुए है।
बीजेपी के यूपी के सांसद साक्षी महाराज का बयान भी आया, जिसमे उन्होंने कहा था राम रहीम पर एक महिला ने यौन शोषण के आरोप लगाये हैं, लेकिन उनके पीछे करोड़ों लोग खड़े हैं उनकी आवाज क्यों नहीं सुनी जा रही है। अगर इससे भी बड़ी कोई वारदात होती है तो इसके लिए सिर्फ डेरा के समर्थक ही जिम्मेदार नहीं होंगे बल्कि अदालत भी जिम्मेदार होगी। योजनाबद्ध तरीके से भारतीय संस्कृति को बदनाम करने की साजिश हो रही है
सहकारिता राज्यमंत्री मनीष ग्रोवर ने कहा कि भक्तों का गुस्सा जायज है। उन्होंने कहा की अगर 50 हज़ार से 1 लाख भक्त इकट्ठे हुए हो और वो बाबा के श्रद्धालु भी हो तो उन्हें नेचुरल गुस्सा आता है। वो गुस्सा आया और 1-2 घंटे तक रहा।
हेलीकाप्टर और वीवीआईपी सुविधाएं दिए जाने के बारे मे जब हरियाणा के बीजेपी प्रभारी अनिल जैन से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि बाबा को हेलीकाप्टर सुरक्षा के लिए दिया गया,और अगर उन्होंने कुछ स्नैक्स खा लिए तो इसमें गलत क्या है।
इन सब बयानों से बीजेपी का दोहरापन देखने को मिलता है। अबतक साक्षी महाराज अपने बयान से पलट चुके है।
बीजेपी की बाबा रहीम सिंह से दोस्ती के बारे मे कोई सवाल नहीं किया जा सकता है। गुरमीत सिंह का 2015 मे दिल्ली चुनाव मे बीजेपी को समर्थन दिया था। उसके बाद 2017 मे पंजाब इलेक्शन मे भी बीजेपी और अकाली का समर्थन किया था।